लखनऊ :उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास विभाग की तरफ से पांच जिलों में इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की योजना बनाई गई है. इसके लिए जमीन चिन्हित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने और स्थानीय स्तर पर ही उन्हें बड़ा प्लेटफार्म देने के उद्देश्य से इंडस्ट्रियल पार्क बनाने का फैसला योगी आदित्यनाथ सरकार ने किया है.
इन पांच जिलों में बनेंगे इंडस्ट्रियल पार्क
जिन 5 जिलों में इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाएंगे, उनमें आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, चित्रकूट और बाराबंकी शामिल हैं. इन सभी 5 जिलों में बनने वाले इंडस्ट्रियल पार्क पीपीपी मॉडल पर बनाए जाएंगे. औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने पार्क बनाने के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. खास बात यह है कि इन 5 जिलों से गुजरने वाले एक्सप्रेसवे से सटी हुई जमीनों पर यह इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाएंगे, जिससे आवागमन भी बेहतर रहेगा. साथ ही इंडस्ट्रियल पार्क बनाने वाले और इन इंडस्ट्री हब में आकर अपने धंधे को विकास के साथ जोड़ने वाले लोगों को आसानी होगी.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
पांच जिलों में स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाए जाने वाले इन इंडस्ट्रियल पार्क के माध्यम से स्थानीय स्तर के लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी दिया जाएगा. इन 5 जिलों को चिन्हित करने के पीछे का सबसे बड़ा मकसद यह है कि इन जिलों में औद्योगिक निवेश व विकास के लिहाज से संभावनाएं भी बहुत अधिक हैं. ऐसे में आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, चित्रकूट और बाराबंकी जिले में इंडस्ट्रियल पार्क बनाने का फैसला हुआ है.
डीएम की अध्यक्षता में बनाई गई समिति
औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन सभी 5 जिलों में जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में एक कमेटी भी बना दी गई है, जो जमीन को चिन्हित करने और उनके सत्यापन का काम करेगी. मैनपुरी और बाराबंकी में जमीन सर्वे का काम भी लगभग पूरा हो चुका है.
तेजी से चल रही प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि प्रदेश के पांच जिलों में इंडस्ट्रियल पार्क बनाने का फैसला किया गया है. इन जिलों में जहां पर एक्सप्रेसवे के रैम्प उतर रहे हैं, उसके 1 किलोमीटर के दायरे में दोनों तरफ जमीन चिन्हित करके इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाने हैं, जिससे उद्योगों को आने जाने में आसानी होगी. उन्होंने बताया कि पार्क के बनने से स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और उन्हें आवागमन के बेहतर साधन भी इन एक्सप्रेसवे के माध्यम से मिल सकेगा. औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा कि इंडस्ट्रियल पार्क पीपीपी मॉडल पर बनाए जाने हैं, जिसको लेकर विभागीय स्तर पर तेजी से प्रक्रिया चल रही है.