लखनऊ : यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में प्राप्त 33.50 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव को अब धरातल पर उतारने की प्रक्रिया तेज हो गई है. औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने पिकअप भवन सभागार में अफसरों के साथ बैठक करके सख्त दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को 31 मार्च तक निर्धारित सेक्टोरल पॉलिसी लागू करने के निर्देश दिए. साथ ही मंत्री नन्दी ने अधिकारियों से कहा कि 'इस कार्य में जो भी बाधा आ रही है, उसे जल्द से जल्द दूर कर लिया जाए. राज्य मंत्री जसवन्त सिंह सैनी ने भी अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य पूरा करने के लिए सभी विभागों की सेक्टोरल पॉलिसी को जल्द से जल्द लागू करने के निर्देश दिए.
मंत्री नन्दी ने कहा कि 'असीम सम्भावनाओं वाला नए भारत का नया उत्तर प्रदेश आज पूरे विश्व के लिए निवेश का प्रमुख गन्तव्य बन चुका है. ऐसे में ऐतिहासिक निवेश के लिए उत्सुक निवेशकों को सहूलियत देना हमारी प्राथमिकता है. मंत्री नन्दी ने कहा कि आईटी, आईटीएस, डेटा सेंटर, ईएसडीएम, डिफेंस एवं एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक वाहन, वेयरहाउसिंग, लॉजिस्टिक, पर्यटन, टेक्सटाइल, एमएसएमई के साथ ही अन्य क्षेत्रों में बड़ी संख्या में निवेशक निवेश को तैयार हैं, आगे आ रहे हैं. किसी भी डिपार्टमेंट में निवेश के लिए निवेशकों को दिक्कत न हो, इसीलिए 25 सेक्टोरल पॉलिसी बनाई गई है, जिसे जल्द से जल्द लागू करने सम्बंधित विभागों की जिम्मेदारी है, ताकि निवेशकों को किसी तरह की दिक्कत न हो. सभी विभागों के सेक्टोरल पॉलिसी लागू होना और जीओ जारी होना बहुत जरूरी है. मंत्री नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाला राज्य बने, यह सामूहिक जिम्मेदारी है. मंत्री नन्दी ने कहा कि यूपीजीआईएस में प्राप्त प्रस्तावों को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से धरातल पर उतारना हमारी अगली कार्ययोजना है.'