लखनऊ: इंदिरागांधी नक्षत्रशाला को बीते दिनों खोला गया, लेकिन शो का स्लाइड पुराना होने के कारण लोग शो देखना पसंद नहीं कर रहे हैं. वर्ष 2003 में शो के लिए जिस स्लाइड का इस्तेमाल किया गया था, उसी स्लाइड से नक्षत्रशाला में लोगों को शो दिखाया जा रहा है. वैज्ञानिक से मिली जानकारी के मुताबिक, अब यह स्लाइड पुरानी हो गई है. इसलिए स्लाइड के जरिए शो में साफ तारामंडल नहीं दिखाई पड़ता. नक्षत्रशाला में दिखाया जाने वाला शो कुछ महीनों में डिजिटल होगा. कम्प्यूटराइज्ड तरीके से दिखाया जाएगा शो.
साइंटिस्ट ऑफिसर सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि अभी तक जो शो दिखाया जा रहा था, वह स्लाइड द्वारा था. इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला में शो के माध्यम से तारों, ग्रहों और उपग्रहों के विषय में जानकारी दी जाती है. स्लाइड अब पुरानी हो चुकी है. आने वाले कुछ ही महीनों में इसे डिजिटल किया जाएगा. शो स्लाइड द्वारा अब साफ दिखाई नहीं देता है. हाल ही में नक्षत्रशाला खुली है. दर्शक नक्षत्रशाला में शो देखने के लिए आ रहे हैं, लेकिन अब शो देखने के बाद उनके चेहरे पर तारामंडल देखने की खुशी नहीं झलकती है. कुछ दर्शकों को यह कहते सुना कि शो में साफ दिख ही नहीं रहा था. नक्षत्रशाला घूमना बेकार गया. इन्हीं सब कारणों की वजह से नक्षत्रशाला के डायरेक्टर ने इसे डिजिटल बनाने के बारें में सोचा. इस पर प्रशासन और सरकार को लिखित पत्र भेजा गया. बस अब टेंडर पास होने की देरी है.