लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रों के स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी. इस सेंटर में छात्रों के स्टार्टअप और उनके उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करने के साथ ही सभी जरूरी ट्रेनिंग व इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराया जाएगा. इनक्यूबेशन सेंटर शुरू करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय को अगले पांच वर्षों की अवधि के लिए डेढ़ करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है. इसके तहत शासन विश्वविद्यालय को हर साल इस सेंटर के संचालन के लिए ₹30 लाख रुपये देगा. यह जानकारी लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने दी.
लखनऊ विश्वविद्यालय में खुलेगा इनक्यूबेशन सेंटर, शासन ने दिया डेढ़ करोड़ का बजट - लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए स्टार्टअप
लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रों के स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए इनक्यूबेशन सेंटर बनेगा. इस सेंटर के माध्यम से छात्र अपने बिजनेस आईडियाज व स्टार्टअप को विकसित करने के गुर सीख सकेंगे.
तकनीकी जानकारी, उपकरण व प्रशिक्षण दिया जाएगा :इनक्यूबेशन सेंटर के डायरेक्टर प्रोफेसर अमृतांशु शुक्ला ने बताया कि विश्वविद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के पास नए आइडियाज तो हैं, पर उन्हें विकसित करने के लिए सही मार्गदर्शन की जरूरत है. इसी को ध्यान में रखते हुए हमने शासन से विश्वविद्यालय में इनक्यूबेशन सेंटर शुरू करने का प्रस्ताव भेजा था. जिसे शासन ने मंजूर कर लिया है. इस इनक्यूबेशन सेंटर के स्थापना होने के बाद छात्रों को अपने बिजनेस आईडियाज व स्टार्टअप को विकसित करने के लिए समय-समय पर नई तकनीकी जानकारी उससे जुड़े उपकरण व प्रशिक्षण मुहैया कराया जाएगा. इनक्यूबेशन सेंटर से जुड़ने के लिए कंपनी का रजिस्ट्रेशन उसकी औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग से प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य होगा. सेंटर से विश्वविद्यालय के बाहर से जुड़े लोग भी जुड़ सकते हैं. इनक्यूबेशन सेंटर से 8 कंपनी जुड़ी हुई हैं. जिसे विश्वविद्यालय के नवांकुर फाउंडेशन के माध्यम से जोड़ा गया है. जिसके चेयरमैन कुलपति आलोक कुमार राय हैं.
सीएसबी के संग इंटर्नशिप कर सकेंगे विश्वविद्यालय के छात्र : लखनऊ विश्वविद्यालय व केंद्रीय रेशम बोर्ड (सीएसबी) कपड़ा मंत्रालय बेंगलूर के बीच एक एमओयू बुधवार को साइन हुआ. इस एमओयू पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय और केंद्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीटीआर एंड टीआई) रांची के निदेशक के सत्यनारायण मैं एमओयू पर हस्ताक्षर किए. इस एमओयू के बाद से विश्वविद्यालय के जंतु विभाग में पढ़ रहे विद्यार्थियों को यहां पर इंटर्नशिप करने व डिसर्टेशन का लाभ मिल सकेगा. जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सिराजुद्दीन ने बताया कि इस इस समय उसके बाद जंतु विज्ञान के एमएससी थर्ड सेमेस्टर के छात्र सीएसबी जाकर इंटर्नशिप आदि कर सकते हैं.
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