लखनऊ :देश में इस वक्त तेजी से टीकाकरण की प्रक्रिया चल रही है. हालांकि टीकाकरण में पहले कम रुचि दिखाने वाले अशिक्षित वर्ग भी तेजी से अब जागरूक नजर आ रहा है, और वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचकर अपनी वैक्सीन लगवा रहे हैं. राजधानी लखनऊ के पुराने इलाके में बड़े पैमाने पर, हर धर्म के गरीब और मजदूर तबके से जुड़े लोग भी घरों से निकलकर अपना टीकाकरण करवा रहे हैं.
वैक्सीनेशन सेंटर की इंचार्ज डॉक्टर गीतांजलि सिंह ने बताया कि पहले लेबर क्लास और कम पढ़े लिखे वर्ग में जागरूकता की कमी थी, लेकिन सरकार द्वारा जागरूकता पैदा करने और हिन्दू-मुस्लिम धर्मगुरुओं की अपीलों के बाद अब अशिक्षित वर्ग ज्यादा तेजी से निकलकर अपना टीकाकरण करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसकी बड़ी वजह यह थी कि पहले लोगों को इस टीकाकरण के लाभ नहीं पता थे और कुछ भ्रांतियां भी समाज में फैली थी.
वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच रहे लोग
घर में काम करने वाली गीता भले ही अपनी उम्र नहीं जानती हों, लेकिन वह यह जानती हैं कि कोरोना से अगर बचना है तो टीकाकरण कराना होगा. यही वजह है कि वह अपने बेटे के साथ टिका लगवाने सेंटर पर पहुंची. बुद्धनगर के रहने वाले विकास कहते हैं कि टीवी और मोबाइल पर देख रहे हैं कि टीकाकरण करवाना चाहिए. इसलिए वो भी टिका लगवाने आये हैं. विकास कहते हैं कि यह हमारे लिए है, और हर किसी को इस टीकाकरण का लाभ उठाना चाहिए.
आतिफ कहते हैं कि हर वर्ग के लोग अब जागरूक हो रहे हैं, इसलिए निकलकर टीकाकरण करवाने आ रहे हैं. उनका मानना है कि सरकार का प्रचार-प्रसार और सबसे ज़्यादा धर्मगुरुओं की अपील का असर हुआ है. सामाजिक कार्यकर्ता कलीम कहते हैं कि पूरे पुराने लखनऊ में तादाद बढ़ी है, और लोग अब टीकाकरण सेंटर का रुख कर रहे हैं. इस महामारी से बचने के लिए खुद को वैक्सिनेट करवा रहे हैं. कलीम कहते हैं कि पहले कुछ अफवाहों और गलतफहमियों की वजह से टीकाकरण सुस्त था. पुराने लखनऊ में बेहद कम लोग ही टिका लगवा रहे थे, लेकिन अब गरीब तबका सबसे ज़्यादा आगे आ रहा है.