लखनऊ:राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करने के बाद एक व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद सोशल मीडिया में उबाल है. एक धड़ा इस घटना की निंदा कर रहा है तो कुछ ऐसे लोग है जो घटना को जायज ठहराते हुए आरोपियों की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे है. यूपी पुलिस ने ऐसे दोनों ही तरह के लोगों को चेतावनी दे दी है कि सोशल मीडिया में आग भड़काई तो जेल भेज दिए जाएंगे.
भड़काऊ पोस्ट कर हत्यारों का कर रहे समर्थन
मेरठ में कन्हैया लाल की हत्या करने वाले आरोपियों के समर्थन में जश्न मनाया गया और उसे सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया गया. वहीं नोएडा में एक युवक ने हत्यारों का समर्थन करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट किया. यूपी पुलिस ने दोनों ही लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, उदयपुर घटना के बाद से ही सोशल मीडिया में एक धड़ा कन्हैया लाल का गला काटने वालों के समर्थन में पोस्ट कर यूपी का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में यूपी पुलिस मुख्यालय की तरफ से यह चेतावनी दे दी गयी है कि अगर सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य का सौहार्द खराब करने की कोशिश की गई तो जेल भेज दिए जाएंगे.
उदयपुर के आरोपियों के समर्थकों को किया जा रहा चिन्हित
यूपी पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों कानपुर व प्रयागराज समेत 12 जिलों में हुई हिंसा के बाद इन संवेदनशील जिलों में एक डिजिटल फोर्स तैनात की गई थी. अब इसी डिजिटल फोर्स ने कई ऐसे सोशल मीडिया एकाउंट व ग्रुप चिन्हित किये हैं, जिनमें उदयपुर की घटना से संबंधी भड़काऊ व हत्यारों के समर्थन में पोस्ट किए जा रहे है. सूत्रों के मुताबिक, लगभग 15 ऐसे फेसबुक एकाउंट अब तक चिन्हित किये जा चुके है, जिनमें हत्या और हत्या को प्रोत्साहित, महिमामंडित से संबंधित पोस्ट किए जा रहे है. यही नहीं 'सिर तन से जुडा' इस हैशटेग के साथ योजनाबद्ध तरीके से ट्रेंड कराने की कोशिश की जा रही है. इन एकाउंट धारकों ओर लोकल इंटीलेजेंस नजर रख रही है.
भड़काऊ पोस्ट करने वाले जाएंगे जेल
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा है कि उदयपुर घटना के बाद हम लोग सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग कर रहे है. सभी धर्मगुरुओं की तरफ से स्टेटमेंट आ जाये, ताकि हमारा संवाद बन जाये. सोशल मीडिया में अगर कोई भड़काऊ या जानबूझ कर गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.