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चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव का शुभारंभ, शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि - chauri chaura centenary celebration

चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव का गुरुवार को भव्य आगाज हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महोत्सव का वर्चुअल उद्घाटन करके डाक टिकट जारी किया. यह महोत्सव पूरे साल चलेगा. गोरखपुर समेत अन्य जिलों में भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई.

chauri chaura centenary celebration
चौरी चौरा शताब्दी वर्ष समारोह.

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Published : Feb 5, 2021, 1:41 AM IST

लखनऊ:चौरी-चौरा घटना के 100 साल पूरे होने पर 4 फरवरी 2021 से 4 फरवरी 2022 तक गोरखपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में अलग-अलग कार्यक्रम किए जाएंगे. चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव के मौके पर प्रदेश के सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए गए और शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई.

सीतापुर में 'एक दीप शहीदों के नाम' कार्यक्रम का हुआ आयोजन

सीतापुर:चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव को लेकर लाल बाग शहीद पार्क में 'एक दीप शहीदों के नाम' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इससे पहले द्वितीय वाहिनी पीएसी के बैंड के द्वारा देश भक्ति धुन बजाई गई, जिससे पूरा वातावरण देश भक्ति मय हो गया. अवध क्षेत्र के क्षेत्रीय महामंत्री नीरज वर्मा, डीएम विशाल भारद्वाज ने शहीद स्मारक पर पुष्प गुच्छ चढ़ाकर व दीप जलाकर शहीदों को नमन किया. इस दौरान कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया.

दीप जलाते लोग.
शहर के बीचोंबीच स्थित शहीद लालबाग पार्क 18 अगस्त 1942 की ऐतिहासिक घटना की याद दिलाता है. महात्मा गांधी द्वारा ‘करो या मरो’ के नारे पर अमल करते हुए आजादी के दीवाने मोती बाग पार्क (वर्तमान में लालबाग पार्क) में एकत्र हुए थे. सभी ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ सभा करना चाहते थे. पर सभा करने की इजाजत नहीं मिली. इसके बावजूद आजादी के दीवाने देशभक्तों की टोलियां लालबाग (तत्कालीन मोतीबाग पार्क) पार्क में पहुंच गईं. इस पर तत्कालीन डिप्टी कलेक्टर कैलाश चंद्र त्रिवेदी ने पुलिस बल के साथ पार्क को घेर लिया. देशभक्तों ने वंदे मातरम् के नारे लगाते हुए पत्थरबाजी शुरू कर दी. एक पत्थर डिप्टी कलेक्टर की टोपी पर जा गिरा. इस पर सिपाहियों ने लाठीचार्ज के बाद गोलियां चलानीं शुरू कर दी. देखते ही देखते लालबाग की धरती खून से लाल हो गई.
एक दीप शहीदों के नाम कार्यक्रम का हुआ आयोजन.

आजादी के अनेक परवानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था, जिनमें से छह के नाम-पते ही इतिहास मेें दर्ज हो सके हैं. घटना में लगभग 400 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी घायल भी हुए थे. तभी से मोती बाग पार्क का नाम लाल बाग पार्क पड़ गया. आजादी के बाद यहां पर इन शहीदों की स्मृति में ‘शहीद स्मृति स्तंभ’ का निर्माण कराया गया. मोती बाग गोली कांड में चंद्रभाल मिश्र मधवापुर, मुन्ना लाल मिश्र निवासी कैमहरा, रघुवर दयाल तहसील मिश्रिख, बाबूराम भुर्जी लालबाग सीतापुर, मैकू लाल हाजीपुर (नैपालापुर), मोहर्रम अली निवासी मिश्रिख तथा करीब दस वर्षीय बालक कल्लूराम ग्रीकगंज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद हो गये थे.

फर्रुखाबाद में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन.

फर्रुखाबाद में रंगारंग आगाज

चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के तहत जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने फतेहगढ़ स्थित शहीद कौशलेन्द्र सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया. इसके साथ ही जिले भर में चौरी-चौरा शताब्दी समारोह का रंगारंग आगाज हुआ. सेन्ट्रल जेल में भी देश भक्ति के तराने गूंजे. जिला सैनिक कल्याण बोर्ड फतेहगढ़ में शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर युद्ध में शहीद हुए सेनानियों को जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह व एसपी अशोक कुमार मीणा ने श्रद्धांजलि दी.

चौरी-चौरा का आन्दोलन ब्रितानिया हुकूमत की बर्बरता के खिलाफ प्रतिशोध था : दिनेश सिंह
लखनऊ : उप्र कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में गुरुवार को चौरी चौरा आन्दोलन की शताब्दी वर्ष की शुरुआत के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता पूर्व विधायक सतीश अजमानी ने की. मुख्य वक्ता के रूप में कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह मौजूद रहे. विचार गोष्ठी में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन दिनेश सिंह सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आजादी के महानायकों और चौरी चौरा आन्दोलन के अमर शहीदों के बलिदान को विस्तार से याद करते हुए उनके योगदान को नमन किया.

कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद.
भारत का झंडा बुलंद कर रहे हैं देशवासी
इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने कहा कि आज का दिन हम सभी कांग्रेसजनों को अपने महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान को नमन करने का है, जिनके अदम्य साहस और बलिदान की बदौलत आज हमारा देश ब्रितानिया हुकूमत की सैंकड़ों वर्षों की गुलामी की जंजीरों से मुक्त हो सका.उन्होंने कहा कि जनता ने चौरी चौरा थाने को घेरकर 1919 में जलियांवाला बाग में हुए नरसंहार और वर्ष 1921 में अवध के 12 जनपदों के किसान आन्दोलन, जिसमें मुंशीगंज में 100 से अधिक किसानों की अंग्रेजों ने बर्बर गोली मारकर हत्या कर दी थी, का अंग्रेजों से प्रतिशोध लिया था. हालांकि हमारा भारतीय समाज हिंसा को किसी भी उद्देश्य से जायज नहीं ठहराता, लेकिन जब-जब जनता की जायज मांगों को सत्ताधारी कुचलने का प्रयास करते हैं तो इसी प्रकार की प्रतिशोध की ज्वाला धधक उठती है.

कानपुर में नानाराव पार्क में कार्यक्रम का हुआ आयोजन

कानपुर : स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणादायी जनक्रांति चौरी-चौरा आंदोलन के 100वें वर्ष में प्रवेश के अवसर पर नानाराव पार्क बिठूर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए. इस मौके पर मुख्य अतिथि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी धर्म कुमार सिंह ने उपस्थित शहीद सैनिकों के परिवारों व मौजूद छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को हम पर गर्व है. हमें आप पर गर्व है. उन्होंने कहा कि चौरी-चौरा काण्ड, काण्ड नहीं. बल्कि जनाक्रोश था. उन्होंने कहा कि 1857 से लेकर 1947 तक दोनों स्वतंत्रता आन्दोलन में अपनी भागीदारी के लिए कानपुर सर्वोच्च रहा है. उन्होंने आशा व्यक्त की कि स्वतंत्रता की जो मिशाल हमारे वीर सैनिको ने जगाई थी, वह मिशाल आने वाली नई पीढ़ी बरकरार रखेगी.

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की प्रतिमा पर पुष्पार्पित करते अधिकारी.

मण्डलायुक्त डॉ राज शेखर ने कहा कि हम देश की आजादी में अपना अमूल्य योगदान देने वाले शहीद वीर सैनिकों से प्रेरणा लेते हुए देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें. आज ही के दिन गोरखपुर के चौरी-चौरा से एक संग्राम की शुरुआत हुई थी, जिसके 100 साल पूरे होने पर हम सब चौरी-चौरा शताब्दी समारोह मना रहे हैं. इस अवसर पर विधायक सुरेन्द्र मैथानी, सुरेन्द्र अवस्थी, एडीजी जय नारायण सिंह, आईजी मोहित अग्रवाल, डीआईजी/एसएसपी डॉ प्रीतिन्दर सिंह, पुलिस अधीक्षक पश्चिम डॉ अनिल कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे.

शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

मुजफ्फरनगर: जनपद में चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर गुरुवार को प्रातः 8ः30 बजे प्रभात फेरी का आयोजन किया गया. प्रभात फेरी जीआईसी मैदान से महावीर चौक, मीनाक्षी चौक होते हुए नुमाईश मैदान कार्यक्रम स्थल पर जाकर सम्पन्न हुई. इसी प्रकार जनपद के अलग-अलग स्थानों से प्रभात फेरी निकाली गई, जिसमें स्वतंत्रता आन्दोलन तथा अन्य देशभक्ति गीतों का प्रयोग करते हुए सुमधुर गायन किया गया. जनपद के शहीद स्थलों/स्मारकों/उनकी मूर्तियों पर फूलों से साज सज्जा की गई. कार्यक्रम स्थल नुमाईश मैदान में चौरी-चौरा शताब्दी समारोह का शुभारम्भ जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा शहीद स्मारक पर पुष्पाजंलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर किया गया.

मुजफ्फरनगर में पीएम मोदी का संबोधन सुनते लोग.

स्थल पर सूचना विभाग की एलईडी वैन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चौरी चौरा शताब्दी समारोह का ऑनलाइन शुभारम्भ/उद्वबोधन का सजीव प्रसारण किया गया. इस अवसर पर शहीदों की याद में प्रधानमंत्री ने डाक टिकट भी जारी किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, जनपदवासियों, शहीदों के परिवारजनों एवं बच्चों द्वारा सजीव प्रसारण को देखा गया. इस अवसर पर विधायक खतौली विक्रम सैनी, अध्यक्ष नगर पालिका मुजफ्फरनगर अंजु अग्रवाल, जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे, एसएसपी अभिषेक यादव, जिलाध्यक्ष भाजपा विजय शुक्ला, मुख्य विकास अधिकारी आलोक यादव, अपर जिलाधिकारी प्रशासन व वित्त सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी द्धारा शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई.

बहराइच में शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि.

डीएम-एसपी सहित अधिकारियों ने जलाये दीप
बहराइच:चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव के शुभारम्भ अवसर पर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रांगण में स्थापित त्रिमूर्ति स्थल पर पुलिस बैण्ड के द्वारा हर्षोल्लास के साथ राष्ट्रधुन बजाई गई. डीएम-एसपी समेत कई अधिकारियों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रांगण में दीप जलाए. इसके बाद जिलाधिकारी शम्भु कुमार, पुलिस अधीक्षक डाॅ. विपिन कुमार मिश्र, अपर जिलाधिकारी जयचन्द्र पाण्डेय, अपर पुलिस अधीक्षक नगर कुंवर ज्ञानंजय सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी प्रदीप कुमार यादव व अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों और मौजूद गणमान्य व संभ्रान्तजन द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया और स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया.

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