लखनऊ: यूपी में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं. संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है. ऐसे में ड्रग कॉर्पोरेशन ने दवाओं का बन्दोबस्त कर लिया है. बढ़ते कोरोना को देखते हुए सरकार ने गांव-गांव तक एक करोड़ मेडिकल किट वितरित करने के निर्देश दिए हैं.
सरकार ने उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमएससीएल) से 1 करोड़ मेडिकल किट वितरित करने के निर्देश दिया है. अब तक निगरानी समितियों ने 77 लाख एडल्ट मेडिकल किट और 25 लाख से अधिक बच्चों की मेडिकल किट का वितरण किया है. UPMSCL के जीएम डॉ. राज कुमार के मुताबिक ए सिम्टोमैटिक और सिम्टोमैटिक मरीजों के लिए मेडिकल किट तैयार है.
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बच्चों के लिए अलग दवा
नवजात शिशु से लेकर एक साल तक, एक से पांच वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए मेडिकल किट तैयार की गई हैं. इसमें पेरासिटामोल सीरप की दो शीशी, एक मल्टी विटामिन सीरप और दो पैकेट ओआरएस घोल रखा गया है.6 से 12 वर्ष की उम्र के बच्चों और 13 से 17 वर्ष की उम्र के किशोरों की मेडिकल किट अलग हैं. इसमें पेरासिटामोल की 8 टैबलेट, मल्टी विटामिन की 7 टैबलेट, आइवरमेक्टिन छह मिली ग्राम की 3 गोली और दो पैकेट ओआरएस घोल रखा गया है. डॉ. राजकुमार के मुताबिक प्रदेश के सभी अस्पतालों में तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. अस्पतालों में दवा की कोई कमी न हो इस बात भी ध्यान रखा जा रहा है.
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अस्पतालों में मेनटेन किया जा रहा स्टॉक
डॉ. राज ने बताया कि प्रदेश के वेयर हाउस में सभी दवाओं का भरपूर स्टॉक है. अगले 2 से 5 माह तक प्रदेश में दवाओं की कमी नहीं होगी. उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस से जुड़ी दवाओं का स्टॉक 4 से पांच माह तक का है. वहीं रैमिडेसिविर, पेरासिटामोल, आइवरमेक्टिन का स्टॉक भी उचित मात्रा में है. अस्पतालों को दवा की आपूर्ति कर स्थानीय स्तर पर स्टॉक मेनटेन किया जा रहा है.