लखनऊ:रमजान के महीने का आगाज शुक्रवार को चांद देख कर किया गया. देश में लॉकडाउन के चलते और सोशल डिस्टेंसिंग की एहतियात को बरतते हुए राजधानी लखनऊ की तमाम चांद कमेटियों ने फैसला किया था कि इस बार केवल कमेटी के अध्यक्ष और कुछ उलेमा ही चांद को देखने के लिए मौजूद रहेंगे.
इदारे शरिया फरंगी महल के अध्यक्ष और शहर काजी मुफ्कू अबुल इरफान ने बताया कि उनकी चांद कमेटी की तरफ से पिछले 100 वर्षों से चांद की तजदीक का एलान होता आया है, जिसमें कई उलेमा शामिल रहते आये हैं. इस वर्ष कोरोना महामारी और उससे एहतियात के चलते सिर्फ 2 से 3 ही लोग उलेमा संग चांद की तजदीक के वक्त मौजूद रहेंगे.
लखनऊ: रमजान के चांद दीदार में नहीं रही भीड़, उलेमा संग कुछ लोग रहे मौजूद - रमजान के पहले कमेटी का फैसला
लखनऊ में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का पालन करते हुए रमजान माह से पहले कमेटी ने अहम फैसला लिया. इस बार केवल कमेटी के अध्यक्ष और कुछ उलेमा ही चांद को देखने के लिए मौजूद रहे. लोगों से अपील की गई थी कि वह अपने घरों से ही चांद का दीदार करें.
रमजान के चांद दीदार के लिए कुछ ही लोग होंगे मौजूद.
मुफ्ती अबुल इरफान मियां ने सभी उलेमा से अपील की थी कि वह अपने इलाकों में ही इस वर्ष चांद को देखें और जरूरत के तहत इदारे शरिया से सम्पर्क करें. इसी के साथ मरकजी चांद कमेटी और शिया चांद कमेटी ने भी चांद के दीदार के लिए इस वर्ष कुछ ही लोग मौजूद रहने की बात कही थी.