लखनऊ:राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में रविवार शाम 5 बजते ही लोगों ने घरों से बाहर निकलकर ताली, थाली और शंख की ध्वनि से आपातकालीन स्थिति के बीच काम कर रहे कर्मवीरों का धन्यवाद किया. लोगों ने कहा कि वह विश्व कल्याण की कामना के साथ ध्वनि नाद कर रहे हैं.
विश्व रक्षा की कामना से किया शंख ध्वनि नाद. पीएम के आवाह्नन का लोगों ने किया समर्थन
राजधानी में रविवार को पूरे दिन जनता कर्फ्यू का असर व्यापक स्तर पर दिखाई दिया. कालोनियों और गली मोहल्लों में स्थित मकानों से भी लोग बाहर नहीं निकले और सड़कें भी पूरे दिन सूनी रहीं. शाम 5 बजते ही लोग अपने घरों से बाहर निकले और बालकनी, छत पर खड़े होकर शंख, घंटी, थाली-ताली की ध्वनि नाद करके पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया. ध्वनि नाद कर रहे लोगों ने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व कल्याण की कामना से जनता कर्फ्यू का आवाहन किया और लोगों को ध्वनि करने की सलाह दी वह बेहद सराहनीय है.
अधिवक्ता सुभाष ओझा ने कहा प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू के लिए पहले ही लोगों को जानकारी दी और उसी समय तय कर दिया था कि शाम को पांच बजे लोग घंटे घड़ियाल और थाली बजाकार महामारी के समय भी काम कर रहे लोगों को धन्यवाद करेंगे. इसी क्रम में लोग घरों से बाहर निकले और उन्होंने यह आवाह्नन कर बता दिया कि पूरा देश किसी भी बड़ी आपदा से निपटने के लिए एकजुट है और एकता के सूत्र में बंधा हुआ है.
गोमती नगर निवासी हरीश चंद्र पटेल ने कहा कि शंख ध्वनि से तमाम तरह के विकार दूर होते हैं. हर व्यक्ति को शंख ध्वनि करना चाहिए. कोरोना वायरस का खतरा जिस तरह से पूरे विश्व के लिए बना हुआ है ऐसे में हम लोगों ने भी पूरा दिन एकांतवास में बिताया और शाम को ध्वनि की गूंज से वातावरण को विषाणु मुक्त करने की कोशिश की है, जिससे पूरा विश्व सुरक्षित हो सके. उन्होंने कहा कि इस मौके पर हम लोगों ने विश्व कल्याण की कामना भी ईश्वर से की है.