यूपी की सियासत पर कितना होगा पंजाब का असर, सुनिए विश्लेषकों की राय
पंजाब में हाल ही में हुए निकाय चुनाव में बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. यह हार बीजेपी पर कई सवाल भी खड़ा करता है. पंजाब के चुनाव परिणाम का असर उत्तर प्रदेश में भी होगा या नहीं? इस मुद्दे पर ईटीवी भारत की टीम ने राजनीतिक विश्लेषकों से बात की. आगे पढ़िए कि राजनीतिक विश्लेषकों का क्या मानना है.
जानकारी देते विश्लेषक.
लखनऊ: पंजाब प्रांत के निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. चर्चा यह कि क्या भारतीय जनता पार्टी से लोग नाराज हो गए हैं? क्या भारतीय जनता पार्टी को आने वाले चुनाव में भी हार का सामना करना होगा? पंजाब के चुनाव परिणाम का असर उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी चुनावों पर कितना असर पड़ता दिखाई दे रहा है? ऐसे सवालों पर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पंजाब का असर यूपी पर नहीं पड़ेगा.
राजनीतिक विश्लेषक पीएन द्विवेदी कहते हैं कि पंजाब की राजनीति का उत्तर प्रदेश में असर नहीं होगा. उत्तर प्रदेश की राजनीति, यहां की सियासत कुछ अलग ढंग की है. सच पूछिए तो उत्तर प्रदेश अपनी सियासत का प्रभाव दूसरे प्रदेशों पर डालता है, न कि दूसरे प्रदेशों का प्रभाव उत्तर प्रदेश पर पड़ता है. जहां तक पंजाब में हुए चुनाव की बात है, तो वहां नगर निकाय के चुनाव हुए हैं.
निकाय चुनाव में किसानों की भूमिका नगण्य
पीएन द्विवेदी कहते हैं कि कुछ लोग कह रहे हैं कि किसानों के आंदोलन का प्रभाव पड़ा है. निकाय चुनाव में किसानों की भूमिका बहुत ही कम होती है. अगर पंजाब में पंचायत चुनाव हुआ होता, तो इस बारे में कुछ कहा जा सकता था. उत्तर प्रदेश में फिलहाल अभी पंचायत चुनाव होने हैं. इस चुनाव में किसान की भूमिका होगी. पंजाब के चुनाव का असर उत्तर प्रदेश में पड़ेगा, ऐसा बिल्कुल नहीं है. समय, काल, परिस्थिति, क्षेत्र, यह सारी चीजें राजनीति तय करती हैं. उत्तर प्रदेश के स्थानीय मुद्दे अलग हैं. पंजाब के मुद्दे अलग हैं. इसलिए यहां कोई विशेष असर देखने को नहीं मिलेगा. पंचायत चुनाव हो या फिर अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव हो.