लखनऊ : कोरोना वायरस की दूसरी लहर से मध्यम वर्ग व निम्न वर्ग की जनता बहुत परेशान हो रही है. ठेला खोमचा व पटरी पर दुकान लगाकर अपनी आजीविका चलाने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. यह लोग दुकानें तो लगा रहे हैं. पर इनको फायदा नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण इन लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पटरी दुकानदारों का कहना है कि ना तो सरकार से और ना ही प्रशासन से कोई सहयोग मिला है, जिसके कारण हम लोगों को अपने परिवार का भरण पोषण करने में भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
लगातार बढ़ रहे संक्रमण का खामियाजा सिर्फ पटरी दुकानदारों को ही नहीं, बल्कि बैटरी चालित ऑटो रिक्शा, साधारण रिक्शा और टैक्सी चलाने वाले लोग भी काफी परेशान हैं. कारण साफ है कि लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं, जिससे इन्हें सवारियां नहीं मिल पा रही हैं. साथ ही किस्त भरने में भी समस्या हो रही है.
क्या कहते हैं टैक्सी ड्राइवर
ईटीवी भारत से बातचीत में ऑटो चलाने वाले अनिल कुमार ने कहा कि लगातार जिस तरह से संक्रमण बढ़ रहा है, ऐसे में हम लोगों को सवारियां नहीं मिल रही हैं. पिछली बार भी जब कोरोना का संक्रमण फैला था, तब भी इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ा था. इस बार भी उसी तरह की दिक्कत हो रही है. ऐसे में हम लोगों के घर का खर्च भी नहीं चल पा रहा है. हम लोग बहुत परेशान हैं.
क्या कहते हैं पटरी दुकानदार
पटरी दुकानदार सलमा का कहना है कि घर का खर्चा चलाना मुश्किल हो रहा है. इसी कारण घर छोड़ कर सड़क पर बैठे हैं. जब धंधे का टाइम होता है तब प्रशासन हम लोगों की दुकानें बंद करा देता है. ऐसे में हम लोगों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वहीं इस बारे में दुकानदार रोशनलाल का कहना है कि हम लोगों को कारोबार करने में बहुत दिक्कत हो रही है. रोशन लाल का कहना है कि दिन भर धूप होने के कारण कोई भी अपने घर से निकलता नहीं है और शाम को जब लोग बाजारों में आते हैं तो पुलिस हम लोगों की दुकानें बंद करा देती है. ऐसे में हम लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट है. हमें अपने घर परिवार का पालन पोषण करने में भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. सरकार से भी कोई मदद नहीं मिल पा रही.