लखनऊ : आयुर्वेदिक चिकित्सकों को अब सर्जरी करने नया अधिकार मिला है. एलोपैथ के डॉक्टरों ने सरकार के इस निर्णय का विरोध किया है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रामा श्रीवास्तव व सचिव डॉक्टर जे.डी. रावत ने शनिवार को बैठक के बाद बताया कि अगर सरकार अपने फैसले को वापस नहीं लेगी तो 8 दिसंबर को सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा और 11 दिसंबर को अस्पतालों की ओपीडी सेवा बंद रखी जाएगी.
आईएमए ने दी 11 दिसंबर को स्वास्थ्य सेवा ठप करने की चेतावनी
आयुर्वेदिक डॉक्टरों को सर्जरी की छूट देने के विरोध में आईएमए ने आंदोलन की चेतावनी दी है. आईएमए के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि सरकार उनकी मांगे नहीं मानेगी तो वे 11 दिसंबर को कोविड- इमरजेंसी छोड़कर सभी सेवाएं बाधित रखेंगे.
8 को भी बंद रखेंगे 2 घंटे ओपीडी
आईएमए के सचिव डॉ. जे. डी. रावत ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों को पहले मॉडर्न पैथी की दवा लिखने की छूट दी गई. इसके बाद अब सर्जरी का अधिकार दिया गया, जो पूरी तरह से गलत है. इस फैसले के विरोध में 8 दिसंबर को सरकारी और निजी अस्पतालों में दोपहर 12:00 बजे से लेकर 2:00 बजे तक सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा. इसके अलावा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी मार्च भी करेंगे. साथ ही 2 घंटे तक सभी अस्पतालों की ओपीडी भी बंद की जाएगी.
सीएमओ बोले, एस्मा और एपिडेमिक एक्ट लागू है
डॉ. रावत ने बताया कि यदि सरकार आईएमए की मांग नहीं मानेगी तो कोविड-19 के अलावा अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाओं को 11 दिसंबर को ठप रखा जाएगा. इस विरोध में मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट भी शामिल होंगे. वहीं राजधानी लखनऊ के सीएमओ डॉक्टर संजय भटनागर का कहना है कि अभी तक इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की हड़ताल संबंधी कोई भी लिखित पत्र नहीं आया है. राज्य में एस्मा और एपिडेमिक एक्ट भी लागू है. जिसके तहत कोई भी व्यक्ति विरोध प्रदर्शन नहीं कर सकता.