लखनऊ: राजधानी को हरा भरा करने और पर्यावरण को बेहतर बनाने के उद्देश्य से राजधानी में करीब 1800 पार्कों की व्यवस्था की गई है. इन पार्कों में तमाम ऐसे पार्क हैं, जहां पर अतिक्रमण व अवैध कब्जा हो चुका है. तमाम ऐसे अधिकारी हैं, जिनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों के लिए पार्क में ही आवास बना दिए गए हैं. वहीं कई ऐसे अवैध निर्माण हैं, जो पार्कों की हरियाली को तहस-नहस कर रहे हैं. नगर निगम के आला अधिकारी दावा तो करते हैं कि अवैध निर्माण और अतिक्रमण शिकायतें मिलती हैं, तो कार्रवाई की जाती है, लेकिन फिलहाल ये सब दिखावा ही नजर आ रहा है.
अपर नगर आयुक्त ने दी जानकारी
अपर नगर आयुक्त लखनऊ अर्चना द्विवेदी ने बताया कि बीच-बीच में जो शिकायतें हमें प्राप्त होती हैं, उनमें कुछ अस्थाई और कुछ स्थाई प्रकार से अतिक्रमण की शिकायतें होती हैं, तो हम तत्काल उस पर कार्रवाई करते हुए उसे हटवा देते हैं. कहीं कोई वाहन खड़ा करता है या कहीं कुछ सामान डालकर अतिक्रमण करता है, तो भी हम लोग तत्काल उसे खाली करा देते हैं. कुछ स्थाई प्रकार के निर्माण होते हैं, उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाती है.
उन्होंने बताया कि अभी वृंदावन योजना के एक पार्क में घेरकर एक मंदिर का निर्माण किया गया था. उसको हम लोगों ने नोटिस देकर हटवाने का काम किया. इसी प्रकार एक और शिकायत मिली थी कि वहां पार्क में दरवाजा खोल लिया गया था और उसे घर से मिला लिया गया था. हमने नोटिस देकर वहां से उसे हटवाने का काम किया, जितनी भी शिकायतें प्राप्त होती हैं, उसकी प्राथमिकता देखते हुए उस पर कार्रवाई की जाती है.