लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण, नगर निगम और पुलिस ने संयुक्त रूप से गुरुवार को गोमतीनगर विस्तार में अवैध डेयरी हटाने का अभियान चलाया. इस दौरान लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी में किसी की एक नहीं चली. भारी पुलिस बल देखकर पशु पालक अपने मवेशियों को लेकर भागने लगे. अभियान के दौरान तीस से अधिक डेयरियों को हटाया गया.
एलडीए के मुख्य अभियन्ता इंदु शेखर सिंह ने बताया कि काफी समय से यहां अवैध बस्ती और डेयरियों की शिकायत आ रही थी. उपाध्यक्ष शिवा कांत द्विवेदी के निर्देश पर गोमती नगर विस्तार के सेक्टर 1 और सेक्टर 5 में गुरुवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम ने अभियान चलाकर झुग्गी झोपड़ी और अवैध डेयरी हटाई. इस अभियान में नगर निगम का भी सहयोग रहा. अतिक्रमण हटाने को लेकर पुलिस का भरपूर सहयोग मिला. इस बीच एलडीए और नगर निगम के कर्मचारियों से पशु पालकों की झड़प भी हुई, लेकिन पुलिस की मौजूदगी के कारण कोई विवाद नहीं हुआ. नगर निगम की गाड़ियां पशुओं को भरकर ले गईं.
महासमिति ने की थी शिकायत
गोमती नगर विस्तार में ग्वारी रेलवे ओवरब्रिज से सीएमएस स्कूल रोड पर अनाधिकृत तबेलों को नष्ट किया गया. गोमती नगर विस्तार महासमिति के सचिव उमाशंकर दुबे ने बताया कि पिछले दिनों महासमिति ने कमिश्नर लखनऊ से कोरोना और डेंगू के प्रकोप को देखते हुए अवैध डेयरियों को हटवाने का अनुरोध किया था. कमिश्नर लखनऊ रंजन कुमार ने तत्काल मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए थे, जिसके तहत यह कार्रवाई की गई. उमाशंकर दुबे ने बताया कि इस मामले की मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की गई थी.
तीन हजार वर्ग मीटर लैंड खाली करायी गई
इंजीनियर ने बताया कि तीस से ज्यादा डेयरियां हटाई गईं हैं. कई भूखंडों पर कब्जा था, जिन्हें खाली कराया गया है. इसके अलावा विस्तार में पशु पालकों ने ग्रीन लैंड पर क़ब्ज़ा कर रखा था. लगभग तीन हजार वर्ग मीटर लैंड खाली कराई गई है. अब यहां दोबारा कब्जा न हो इसके लिए सौन्दर्यीकरण कराया जाएगा. अभियान के दौरान एलडीए के इंजीनियर, प्रवर्तन की टीम, नगर निगम जोनल अधिकारी, कैटिल कैचिंग का दस्ता मौजूद था. इसके साथ ही चिनहट, विभूति खंड, गोमती नगर, कैंट, पीजीआई, आशियाना थाने की पुलिस फोर्स भी मौजूद रही.