लखनऊ :परिवहन विभाग के अधिकारी इन दिनोंअवैध बसों के खिलाफ दिनरात अभियान चलाने में जुटे हुए हैं. अभियान के दौरान यह भी सामने आ रहा है कि लगातार सख्ती के बावजूद अवैध बस संचालक बेखौफ होकर बसों का संचालन कर रहे हैं. देश के विभिन्न राज्यों की बसें लखनऊ से होते हुए दिल्ली और अन्य राज्यों के लिए बिना रूट परमिट के ही दौड़ रही हैं. हालांकि अब परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम ने शिकंजा कसना शुरू किया है.
जिलों के अधिकारियों पर खड़े हो रहे सवाल :परिवहन विभाग के डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर निर्मल प्रसाद ने 10 मई से 12 मई तक अवैध बसों के खिलाफ परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम के चेकिंग अभियान का आंकड़ा जारी किया है. इस अभियान में कई जिलों के एआरटीओ और पीटीओ शामिल हैं. इस अभियान के दौरान प्रवर्तन टीमों ने कुल 43 बसों को अनाधिकृत रूट पर संचालित होते हुए पकड़े जाने पर कार्रवाई की है. यह बसें यूपी के अलावा अन्य कई राज्यों की हैं. इनमें राजस्थान, बिहार, हरियाणा, पंजाब जैसे राज्य मुख्य रूप से शामिल हैं.
बसें वाया लखनऊ होते हुए दिल्ली के रूटों पर बिना रूट परमिट के ही दौड़ रही हैं. इनके कागज भी पूरे नहीं हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि विभिन्न जिलों से होते हुए यह बसें दिल्ली समेत अन्य राज्यों तक पहुंच जाती हैं तो संबंधित जिलों के परिवहन विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी करते क्या रहते हैं? लखनऊ की सीमा में दाखिल होने के बाद ही ऐसे अवैध बस संचालकों पर कार्रवाई हो पाती है.