लखनऊ: विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता लागू हो चुकी है. पुलिस भी इस चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से करवाने के लिए एक्शन में आ चुकी है. इस कड़ी में जिलों की पुलिस ने विभिन्न थाना इलाकों में छापेमारी अभियान चलाकर अवैध असलहा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. इन मामलों में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
पहली घटना लखनऊ की है. पुलिस ने असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए एक युवक को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस की छापेमारी के दौरान फैक्ट्री में काम करने वाले भाग निकले. लेकिन पुलिस ने फैक्ट्री से अवैध देशी तमंचे, अर्धनिर्मित तमंचे और तमंचे बनाने वाले उपकरणों को भी बरामद किया है. पुलिस ने पकड़े गए युवक को जेल भेजने के साथ ही उसके साथियों की तलाश में जुटी हुई है.
मिली जानकारी के मुताबिक, विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता लागू हो चुकी है. पुलिस भी इस चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से करवाने के लिए एक्शन में आ चुकी है. मड़ियांव पुलिस सड़कों पर उतरकर चेकिंग अभियान चला रही थी. इसी बीच मुखबिर की सूचना पर एक युवक कल्लू को हिरासत में लेकर तलाशी ली गई. कल्लू के पास से एक देशी तमंचा बरामद हुआ. उस तमंचे की सप्लाई करने के लिए कल्लू आया हुआ था उसी दौरान उसकी गिरफ्तारी की गई है.
एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह की माने तो विधानसभा चुनाव और अपराध के रोकथाम में अभियान चला रही थीं. इसी बीच सूचना मिली कि एक व्यक्ति नाजायज तमंचा बनाकर बेचने का कार्य करता है. मड़ियांव पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है. जिसने अपना नाम कल्लू मुताक्कीपुर निवासी बताया. जो छोटा खुदान स्थित एक अर्ध निर्मित मकान में फैक्ट्री चलाता है. आरोपी ने पूछने पर बताया कि उसने एक व्यक्ति से कट्टा बनाने का काम सीखा था. अब वह खुद तमंचा बनाकर बेचता है. आरोपी की फैक्ट्री से 3 देशी तमंचा 315 बोर और 4 देशी तमंचा 410 बोर बरामद हुआ. एक बोरी को पलट कर देखा गया तो 7 तमंचा की नाल एक हथौड़ी, एक प्लास व तमंचा बनाने के कई उपकरण प्राप्त हुए.
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दूसरी घटना में मेरठ पुलिस ने चुनाव से पहले बड़ी सफलता हासिल की है. मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ मेरठ और लिसाड़ीगेट थाना पुलिस ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए लिसाड़ीगेट थाना इलाके में एक अर्धनिर्मित मकान में छापामार कर मौके से भारी मात्रा में बने और अधबने पिस्टल, तमंचे मैगजीन और इन्हें बनाने वाले उपकरण जब्त किए हैं. साथ ही दो अभियुक्तों को गिरफ्तार भी किया है जबकि एक आरोपी भागने में सफल रहा है. ये लोग 20 से 35000 रुपये में पिस्टल और 2 से 3000 में तमंचा बेचा करते थे. इनके पास से 7 पिस्टल, 11 तमंचे, मैगजीन सहित अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं.
तीसरी घटना फिरोजाबाद की है. जनपद में मंगलवार को अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री का भंड़ाफोड़ किया गया. यह कारोबार एक गांव में मंदिर के पीछे चल रहा था. पुलिस ने मौके से इस गोरखधंधे में लिप्त दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मौके से बने, अधबने असलहा और उन्हें बनाने में प्रयुक्त किये जाने वाले उपकरण भी बरामद किए हैं. पुलिस को आशंका है कि इन हथियारों का इस्तेमाल चुनावों को प्रभावित करने के मकसद से किया जा सकता था.
विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर पुलिस इन दिनों अवैध हथियार और शराब तस्करों के खिलाफ अभियान चला रही है. इसी क्रम में पुलिस को जानकारी मिली कि जिले के एका थाना क्षेत्र के गांव नगला कुंड में कुछ लोग अवैध हथियार बनाकर उन्हें अपराधियों को सप्लाई करने का काम करते हैं. इसी सूचना के आधार पर एका थाना पुलिस ने गांव में छापेमारी की तो गांव के समीप स्थित माता काली मंदिर के पीछे कुछ लोग नाजायज तरीके से असलहा बना रहे थे. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को मौके से धर दबोचा. जिनके नाम सद्दाम और मनोज हैं. दोनों ही आरोपी जसराना थाना क्षेत्र के गांव पाढम के रहने वाले हैं. एसपी देहात डॉ. अखिलेश नारायण सिंह ने मंगलवार को बताया कि आरोपियों के कब्जे से सात बने हुए और दो अधबने हथियार बरामद हुए हैं. इसके अलावा हथियार बनाने का सामान भी बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान इस तरह की बरामदगी पुलिस की बड़ी सफलता है. उन्होंने बताया कि इनके गैंग में कौन कौन लोग शामिल हैं.
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