लखनऊःडॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में ऑक्सीजन की कमी से 3 लोगों की मौत मामले में मानवाधिकार आयोग ने कड़ा रुख अपनाया है. आयोग ने लोहिया संस्थान के निदेशक को जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को भी कार्रवाई करने को कहा है.
मानवाधिकार आयोग ने खुद लिया संज्ञान
मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में खुद संज्ञान लिया है. आयोग के सदस्य न्यायमूर्ति केपी सिंह और ओपी दीक्षित ने अपने आदेश में कहा है कि भर्ती मरीज की मौत के लिए जांच में जो भी जिम्मेदार पाया जाए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. आयोग ने 10 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट तलब की है. अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को निर्देशित किया है कि इस संदर्भ में ठोस कार्रवाई के साथ-साथ समय से रिपोर्ट उपलब्ध कराएं.
अस्पतालों को प्रदर्शित करने होंगे खाली बेडों की संख्या
मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश में कोविड-19 मरीजों के इलाज में अव्यवस्था को संज्ञान में लेकर निर्णय दिया है. उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि यह सुनिश्चित करें कि सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल यह नोटिस बोर्ड पर अंकित करें कि उनके यहां कोविड-19 नान कोविड-19 के कितने बेड रिक्त हैं. आयोग ने रेफरल पत्र की तत्काल समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं.