लखनऊ: जिले के बक्शी का तालाब के किसान इस समय आलू की फसलों में होने वाले नुकसान को लेकर चिंतित हैं. किसानों का कहना है कि इस समय आलू की फसलों पर चूहों का आतंक ज्यादा है. इससे किसानों को नुकसान होता दिख रहा है. चूहों से फसल को बचाने के लिए कृषि विशेषज्ञ डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह जानकारी दे रहे हैं.
आलू की फसल को चूहों से बचाएं किसान, जानें उपाय
लखनऊ जिले के बक्शी का तालाब के किसान इन दिनों आलू की फसलों में होने वाले नुकसान को लेकर चिंतित हैं. किसानों का कहना है कि इस समय आलू की फसलों पर चूहे हमला बोल रहे हैं. इससे किसानों को नुकसान होता दिख रहा है. चूहों से फसल को बचाने के लिए कृषि विशेषज्ञ डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह ने जानकारी दी है.
कृषि विशेषज्ञ डॉक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बख्शी का तालाब के कई गांव में आलू की फसल पर चूहों का हमला हो रहा है. इसको लेकर किसान परेशान हैं. किसान इन चूहों पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं. इससे उनकी फसलों को नुकसान हो रहा है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष चूहों का बहुत अधिक आक्रमण आलू की फसल पर हुआ है. इस समय चूहों को खाने के लिए कुछ नहीं होता. इसलिए चूहे मार्च में ब्रीडिंग करते हैं. इसलिए इन्हें अपने शरीर के विकास के लिए भोजन की इस समय अधिक तलाश रहती है. यही कारण है कि चूहे आलू की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
नियंत्रण के लिए अपनाएं ये तरीका
डॉ. सत्येंद्र सिंह ने बताया कि इन चूहों को नियंत्रित करने के विष मिला हुआ चारा उपयोग में लाना चाहिए. इसके लिए एक भाग जिंक फास्फाइड के साथ में 40 भाग भुना हुआ आटा और आवश्यकता अनुसार मूंगफली के तेल से बनी हुई गोलियों को चूहों को खाने के लिए दें. चूहे इसे बड़े चाव से खाते हैं. इसके बाद 10 से 12 घंटे में चूहे मरने लगते हैं. इस चारे को सूर्यास्त के बाद प्रयोग करना चाहिए.