लखनऊःदेश में लगातार गिरते भूजल स्तर को ध्यान में रखते हुए राजधानी लखनऊ के सिंचाई विभाग में भू-जल संकट से निपटने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता अशोक कुमार सिंह सहित प्रदेश के बड़ी संख्या में ग्राउंड वाटर एक्सपर्ट शामिल हुए, जिन्होंने प्रदेश की जनता से भूजल का दोहन न करने की अपील करते हुए कहा कि यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में देश व प्रदेश की जनता को भूजल के संकट का सामना करना पड़ सकता है. भूजल दोहन रोकने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में जिस तरह से अधिकारियों के लिए पैकेज्ड वाटर की व्यवस्था की गई थी. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि जल निगम व सिंचाई विभाग भूजल के दोहन को रोकने के लिए कितना गंभीर है.
भूजल के दोहन पर लोगों को किया जागरूक
राजधानी के सिंचाई भवन मुख्यालय में भोजन बचाने के लिए एक कार्यशाला आयोजित की गई. इस कार्यशाला में सिंचाई विभाग और जल निगम के अभियंताओं के साथ-साथ ग्राउंड वाटर एक्सपर्ट को भी आमंत्रित किया गया था. जिन्होंने लगातार बढ़ते भूजल के दोहन पर लोगों को जागरूक किया और इसके दुष्प्रभाव के बारे में अवगत कराया पर जिस तरह से इस कार्यक्रम में भी अधिकारियों कर्मचारियों के लिए पैकेज्ड वाटर की व्यवस्था की गई थी. उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जल निगम सिंचाई विभाग भूजल दोहन की जागरूकता के प्रति कितना गंभीर है.
प्रधानमंत्री ने कल दिया था 'कैच द रेन' पर भाषण
लगातार बढ़ते जल संकट को ध्यान में रखते हुए विश्व जल दिवस के अवसर पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'कैच द रेन' पर भाषण देकर देश की जनता से भूजल का संकट न हो इसके लिए पानी बचाने की अपील की थी. इसी को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को यह कार्यक्रम भी आयोजित किया गया.