लखनऊ : राजधानी में बालागंज स्थित हेल्थ प्वाइंट हॉस्पिटल के डॉक्टरों की लापरवाही से हाईकोर्ट के कर्मचारी रामखेलावन की मौत हो गई. परिवारीजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. हाई कोर्ट कर्मी की बेटी राजकुमारी ने आरोप लगाया कि मधुमेह की बीमारी न होने पर भी डॉक्टरों ने इंसुलिन लगा दी, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई और पिता की जान चली गई. ठाकुरगंज कोतवाली में राजकुमारी की ओर से दो डॉक्टरों समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.
राजाजीपुरम एलडीए काॅलोनी निवासी राम खेलावन हाईकोर्ट के शासकीय अधिवक्ता कार्यालय में तैनात थे. बेटी राजकुमारी के अनुसार सीने में दिक्कत होने के कारण बालागंज स्थित हेल्थ प्वाइंट हास्पिटल में चेकअप कराया गया. जहां डाॅ. शैलेंद्र कुमार यादव ने बताया कि फेफड़ों में हवा के साथ पानी भर गया है. जिसके कारण संक्रमण फैला है. स्थिति सुधारने के लिए ऑपरेशन करके पाइप डालना होगा.
राजकुमारी के मुताबिक उन्होंने डाॅक्टरों से आपरेश के इतर कोई इलाज पूछा. इस पर डाॅ. शैलेंद्र ने साफ इनकार कर दिया बोला कि अगर ऑपरेशन नहीं हुआ तो जान भी जा सकती है. इस पर राजकुमारी ने ऑपरेशन के लिए हामी भर दी. 15 अगस्त को रामखेलावन अस्पताल में भर्ती हुए. जिसके बाद डाॅ. शैलेंद्र ने डाॅ. उत्तम के साथ मिल कर ऑपरेशन कर दिया. इसके बाद भी राम खेलावन को सांस लेने में दिक्कत कम नहीं हुई. हॉस्पिटल में भर्ती के बाद राजकुमारी ने डॉक्टरों को बताया था कि पिता को मधुमेह नहीं है.