लखनऊ:उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर लंबे समय से गैरहाजिर हैं. उत्तर प्रदेश के करीब 400 डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग के रडार पर हैं. जल्द ही यदि इन लोगों ने अपनी सेवाओं में अनियमितताएं कम नहीं की तो इन लोगों को सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा.
इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ के सात डॉक्टर कई महीनों से गैरहाजिर हैं और इनकी गैरहाजिर होने की कोई सूचना भी अस्पताल के पास नहीं है. इन डॉक्टरों पर बहुत जल्द प्रशासन कार्रवाई करने वाला है. इन सभी डॉक्टरों की सूची बनाकर स्वास्थ्य विभाग ने प्रमुख सचिव को सौंप दी है.
अस्पताल प्रशासन ने की कार्रवाई. अस्पतालों ने गैरहाजिर चल रहे करीब 950 डॉक्टरों की सूची जारी की है. इनमें करीब 300 डॉक्टर इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन उनका इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं किया गया है. खबरों की मानें तो आने वाले दिनों में इन सभी इस्तीफे को मंजूर कर इनकी सेवाओं को समाप्त कर दिया जाएगा. राजधानी में 7 ऐसे डॉक्टर हैं जो महीनों से गायब है और किसी को कोई जानकारी नहीं है.
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सिविल बालोकबंधु अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि इन अस्पतालों में भी कई ऐसे डॉक्टर हैं, जो अपनी सेवाएं लंबे समय से नहीं दे रहे हैं. डॉक्टरों की रिपोर्ट भी डीएस नेगी द्वारा शासन को भेजी गई है. वहीं बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ऋषि सक्सेना ने भी इन डॉक्टरों की सूची बनाकर के स्वास्थ विभाग को भेज दिया है.