लखनऊःकोरोना के प्रसार एवं बचाव के लिए सरकार ने गाइडलाइंस जारी की हैं. अनलॉक-1 में बाजार खुल गए हैं, लेकिन इसकी गाइडलाइंस के बारे में आम जनता को कम ही पता है. वहीं दुकारदार अपनी तरफ से लोगों को जागरूक करने और संक्रमण से बचाव के उपाय कर रहे हैं. फिर भी लोग गाइडलाइंस के पालन में लापरवाही बरत रहे हैं.
कपड़ा व्यवसायी नितिन रस्तोगी कहते हैं कि अनलॉक-1 में जब दुकानें खुलना शुरू हो गई हैं तो हम कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए कदम उठा रहे हैं. इस क्रम में किसी भी ग्राहक के आने पर उसकी स्क्रीनिंग की जा रही है. उनका हाथ सैनिटाइज करवाया जाता है. सोशल डिस्टेनसिंग का पालन किया जाता है.
ट्रायल न करवाने पर दे रहे जोर
नितिन रस्तोगी ने कहा कि पहले तो हम कपड़ों के ट्रायल न करवाने पर जोर देते हैं, लेकिन यदि ग्राहक ट्रायल करना चाहते ही हैं तो उन्हें हम पहले ही गाइडलाइंस के बारे में बता देते हैं. ट्रायल के लिए कोशिश की जाती है कि एक ही कपड़ा दिया जाए. नितिन कहते हैं कि ग्राहकों द्वारा ट्रायल किये कपड़ों को सैनिटाइज करने के साथ हम स्टीम आयरन भी करते हैं.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दर्शन बजाज कहते हैं कि अनलॉक में दुकानें खुल रही हैं और धीरे-धीरे सभी तरह व्यवसाय खुलेंगे. डॉ. दर्शन के अनुसार कपड़ा व्यवसायियों को सैनिटाइजेशन के लिए कुछ बातें और जरूरी कदम ध्यान में रखने जरूरी हैं. सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि कपड़ों का सैनिटाइजेशन सिर्फ संक्रमण को रोकने में सहायक हो सकता है.