लखनऊः केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (Indira Gandhi Foundation) में आयोजित कार्यक्रम में 155 करोड़ रुपये की सौगात दी. उन्होंने 28 अनाज गोदामों, बैंक मुख्यालय भवन और उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक की 13 नई शाखाओं का शुभारम्भ और 294 पैक्स में कम्प्यूटराइजेशन का लोकार्पण किया.
इस अवसर पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि सहकारिता आंदोलन चंद मुठ्ठीभर लोगों के हाथों की कठपुतली बन गया था. उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे हुए लोग किसानों, मजदूरों और महिलाओं का शोषण करते थे. सहकारिता आंदोलन चंद मुठ्ठीभर लोगों के हाथों की कठपुतली बन गया था. सत्ता में बैठे हुए लोग किसानों, मजदूरों और महिलाओं का शोषण करते थे. आज को-ऑपरेटिव बैंक अपनी भूमिका पर खरे उतरते दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि जन से जुड़ी हुई सभी योजनाओं का लाभ उपलब्ध करवा रहे हैं, जो संस्था समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए काम कर सकती है, वो संस्था सहकारिता विभाग है. वह बीते साढ़े चार सालों से प्रदेश के विकास में बड़ी भूमिका निभा रही है.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि काशी विश्व का सबसे पुराना नगर है. काशी जब से है महादेव भी वहां हैं, लेकिन काशी धाम में अव्यवस्थाओं का अम्बार था. जिसे पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाकर आस्था का सम्मान बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी एक नए भारत का इतिहास लिखने जा रहे हैं. जितना जल्दी हो सके आप काशी जाकर बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाइए.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जब से उत्तर प्रदेश में योगी सत्ता में आये पटवारी से लेकर पंचम तल तक भृष्टाचार को निपटाने के काम में लग गए. उन्होंने कहा कि सपा बसपा के शासन में सिर्फ एक जाति का राजा बनकर बैठा था. सहकारिता क्षेत्र में भ्रष्टाचार का बोलबाला था. लेकिन आज किसान की आय बढ़ी है. बैंकों की साख बढ़ी है.