लखनऊ:यूपी के हरदोई से पूर्व जिला पंचायत सदस्य व हिस्ट्री शीटर सुरेंद्र कालिया की मुश्किलें बढ़ गई हैं. शासन ने सुरेंद्र कालिया पर लखनऊ के आलमबाग थाने में हुई फायरिंग मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंप दी है. सुरेंद्र कालिया ने अपने ऊपर हुई फायरिंग के लिए जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को आरोपी बनाया था और आलमबाग थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी. इसी मामले में सुरेंद कालिया लखनऊ की जेल में बंद है.
13 जुलाई, 2020 को आलमबाग इलाके के अजंता हॉस्पिटल में भर्ती अपने करीबी दोस्त को देख कर निकल रहे हरदोई से पूर्व जिला पंचायत सदस्य व अभय सिंह गैंग के शार्प शूटर रहे सुरेंद्र कालिया पर पैदल आए चार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. फायरिंग में सुरेंद्र कालिया का गनर घायल हो गया था.
सुरेंद्र के परिवार वालों का आरोप है कि सुरेंद्र की जान खतरे में है. यूपी एसटीएफ के एक बड़े अफसर उसके पीछे पड़े हैं. यूपी पुलिस से बचने के लिए सुरेंद्र ने कोलकाता में सेटिंग कर खुद को गिरफ्तार कराया था फिर कोलकाता से पुलिस कस्टडी रिमांड पर लाए गए सुरेंद्र कालिया ने कुबूला था कि सपा के पूर्व माफिया विधायक अभय सिंह के कहने पर धनंजय को फंसाने के लिए खुद पर हमला कराया था. इस आधार पर सपा के पूर्व विधायक अभय सिंह पर मुकदमा भी दर्ज कराया गया. जिसकी विवेचना आलमबाग पुलिस कर रही थी, तभी अचानक केस की विवेचना यूपी एसटीएफ को ट्रांसफर कर दी गई.