लखनऊ: आलमबाग बस स्टेशन के सामने अजंता अस्पताल के बाहर खुद पर फायरिंग कराने वाला कुख्यात माफिया सुरेंद्र कालिया सोमवार को लखनऊ जेल भेज दिया गया. उसे आलमबाग पुलिस कोलकाता से वारंट बी पर लेकर आई है. कालिया पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह को फंसाने के लिए खुद पर हमला कराने का आरोप है.
अजंता अस्पताल के बाहर कालिया पर हुई थी फायरिंग
आरोपी सुरेंद्र कालिया ने 13 जुलाई 2020 को पूर्व सांसद व पूर्वांचल के बाहुबली नेता धनंजय सिंह को फंसाने की साजिश की. उसने आलमबाग बस स्टेशन के पास अजंता अस्पताल के बाहर खुद पर हमला करवाया था. उसका निजी गनर रूप कुमार घायल हुआ था. फुटेज व फोरेंसिक साक्ष्यों से घटना फर्जी निकली थी. 10 अगस्त को पुलिस ने खुलासा किया था कि सुरेंद्र ने विरोधी को फंसाने व सरकारी गनर लेने के लिये अपने ऊपर हमला कराया था. साजिश में शामिल चार साथी यशवेन्द्र सिंह, सचिन शुक्ला उर्फ विक्की, आशीष द्विवेदी व सुल्तान उर्फ मिर्जा गिरफ्तार किये गए थे.
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पुलिस के खुलासे के बाद सुरेंद्र के फरार हो गया. उस समय तत्कालीन पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने कालिया की गिरफ्तारी के लिए 50 हजार का इनाम भी घोषित किया था. सितम्बर में वह नाटकीय तरीके से अवैध पिस्टल के साथ कोलकाता में गिरफ्तार हो गया. पुलिस ने उसका वारन्ट बी लिया था. मौके पर सुरेंद्र कालिया कोलकाता लखनऊ की पुलिस कालिया को वारंट बी पर कोलकाता से लाई थी. सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद उसे गोसाईगंज से जिला कारागार भेज दिया गया है.
कौन है सुरेंद्र कालिया
हरदोई जनपद के कछौना से जिला पंचायत सदस्य रह चुका सुरेंद्र कालिया रेलवे की ठेकेदारी भी करता है. 13 जुलाई 2020 को उसने आलमबाग पुलिस को सूचना दी कि उसके ऊपर जानलेवा हमला हुआ है. शूटरों ने करीब 13 राउंड गोलियां चलाईं. बुलेट प्रूफ गाड़ी होने के चलते उसकी जान बच गई.
वहीं आलमबाग पुलिस ने उसकी तहरीर पर पूर्वांचल के बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की. सुरेंद्र कालिया ने बताया था कि उसने जौनपुर के जफराबाद रेलवे स्टेशन ट्रैक के दोहरीकरण का ठेका लिया है. जिसमें उसके ज्वॉइंट वेंचर डीजी अहूजा पार्टनर हैं. पूर्व सांसद धनंजय सिंह उसे ठेके से हटाने के लिए लगातार धमकी दे रहा हैं. न मानने पर उसके ऊपर सांसद ने जानलेवा हमला कराया है.