लखनऊ :राज्य के अस्पतालों-चिकित्सा संस्थानों में ओपीडी-रूटीन सर्जरी बंद थीं. वहीं अब इन सेवाओं को दोबारा शुरू करने के आदेश दिए गए हैं. ऐसे में इलेक्टिव सर्जरी के साथ-साथ संस्थानों में ट्रांसप्लांट सुविधा भी शुरू करने का एलान किया गया है. केजीएमयू में 23 मार्च से कूल्हा-घुटना प्रत्यारोपण बंद था. वहीं मरीजों की हड्डी संबंधी रूटीन सर्जरी भी नहीं हो पा रही थी. अब यहां हड्डी सम्बन्धी सभी ऑपरेशन हो सकेंगे. यह ऑपरेशन शताब्दी भवन में होंगे.
लिंब सेंटर में कोविड अस्पताल होने से ओटी शताब्दी भवन में दी गई है. ऑपरेशन के दिन तय कर दिए गए हैं. अब ओपीडी में दिखाकर मरीज भर्ती हो सकेगा. संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक, आर्थोपेडिक विभाग में कूल्हा-घुटना प्रत्यारोपण शुरू कर दिया गया है.
किस विभाग के कब ऑपरेशन
शताब्दी भवन में आर्थोपेडिक, पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक, स्पोर्ट्स इंजरी, गठिया रोग विभाग, फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (पीएमआर) विभाग हैं. इसमें आर्थोपेडिक के सिर्फ ट्रामा सेंटर में फ्रैक्चर के ऑपरेशन होते रहे. विभाग की अन्य सर्जरी बंद रही. वहीं अब शताब्दी भवन में आर्थोपेडिक विभाग को दो ओटी मिली है. इनके डॉक्टर मंगलवार व गुरुवार को घुटना-कूल्हा प्रत्यारोपण समेत अन्य ऑपरेशन कर सकेंगे. वहीं पीएमआर विभाग के ऑपरेशन मंगलवार को, पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक विभाग व स्पोर्ट इंजरी विभाग के मरीजों के ऑपरेशन शुक्रवार हो सकेंगे.
जनरल सर्जरी की ओटी शुरू
केजीएमयू में जनरल सर्जरी विभाग की रूटीन सर्जरी भी शुरू हो गई है. इस विभाग के डॉक्टर अभी तक ट्रॉमा सेंटर व कोविड अस्पताल की ओटी में ऑपरेशन कर रहे थे. वहीं अब विभाग में ओपीडी से भर्ती किए गए मरीजों की रूटीन सर्जरी भी शुरू हो गई है. अब वेटिंग में दर्ज मरीजो को भी ऑपरेशन के लिए बुलाया जाने लगा है.
पीडियाट्रिक ट्रामा इमरजेंसी भी होगी शुरू
केजीएमयू में पीडियाट्रिक ट्रॉमा इमरजेंसी भी शुरू होगी. इसके लिए 30 बेड बच्चों के लिए अलग से होंगे. बाद में बच्चों के लिए अलग से पीडियाट्रिक ट्रामा सेंटर बनेगा. इसमें आईसीयू भी होगा. कार्यपरिषद से योजना को मंजूरी देकर शासन को भेज दिया गया है.