पटना:देशभर में आज हिंदी दिवस को मनाया जा रहा है. हिंदी दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ने ये जानने की कोशिश की कि सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों ने हिंदी को कितना प्रभावित किया है. सोशल मीडिया से हिंदी को कितना फायदा या नुकसान पहुंचा है. इसके लिए हमने आम नहीं बल्कि खास लोगों से भी उनकी राय जानी.
हिंदी दिवस पर बधाई देते हुए बिहार विधान परिषद में कार्यकारी सभापति हारून रशीद ने कहा कि सोशल मीडिया ने हिंदी को लोगों के लिए आसान बना दिया है. इससे लोगों के लिए न सिर्फ हिंदी पढ़ना, लिखना और समझना आसान हुआ है बल्कि दूसरी भाषाओं से ऑनलाइन हिंदी में अनुवाद में लोगों के लिए उनका काम आसान कर दिया है.
हिंदी के प्रति बढ़ा है रुझान-व्यवसायी
ईटीवी भारत ने कई व्यवसायियों और निजी कंपनी में काम करने वाले लोगों से भी बात की. इनमें से ज्यादातर लोगों का कहना था कि जब से फेसबुक, ट्विटर और गूगल पर लोगों ने काम करना शुरू किया. उसके बाद से लोग आसानी से अपनी बातें शेयर कर पा रहे हैं. इससे हिंदी लिखने के प्रति भी लोगों का रुझान बढ़ा है.