लखनऊ:चैंपियंस अलग होते हैं, वे सबसे अलग सोचते हैं, यह सोच जब रंग लाती है, तो इतिहास बन जाता है. भारत की ऐसी ही एक चैंपियन ने विश्व में इतिहास रच दिया, जिसका नाम है हिमादास. खेल की दुनिया में धावक हिमादास ने चेक गणराज्य में आयोजित ट्रैक एंड फील्ड प्रतिस्पर्धा में 21 दिन के अंदर 6 स्वर्ण पदक जीतकर एक ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसने विश्व मानचित्र पर भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया.
इतना ही नहीं विश्व की एक जूता बनाने वाली प्रतिष्ठित कंपनी ने अपना एक प्रोडेक्ट हिमादास के नाम से बाजार में उतारा है. हिमादास जकार्ता एशियन गेम्स से पहली बार दुनिया की नजरों में आई, लेकिन आज वो हर किसी की आंख का तारा बन गईं.