लखनऊ. धनतेरस से दीपावली के दिन तक शहर के वायु प्रदूषण की स्थिति को खतरनाक स्तर तक बढ़ गई. भारतीय विष विज्ञान अनुसंधान संस्थान (Indian Institute of Toxicology Research) (आईआईटीआर) ने दीपावली से एक दिन पहले, दीपावली के दिन और दीपावली के एक दिन बाद राजधानी की हवा में प्रदूषण के स्तर की समीक्षा कर रिपोर्ट जारी की है.
आईआईटीआर (IITR) हर साल दीपावली के बाद राजधानी के वायु प्रदूषण की समीक्षा करता है. इस बार संस्थान की ओर से राजधानी के अलीगंज, गोमतीनगर, चारबाग और अमौसी क्षेत्र में प्रदूषण स्तर मापने के लिए यंत्र लगाए गए थे. दीपावली की रात चारबाग में वायु और ध्वनि प्रदूषण की स्थिति सबसे खराब रही. अलीगंज में भी दीपावाली की रात जमकर आतिशबाजी से वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी दर्ज हुई. रिपोर्ट के अनुसार प्री दिवाली, दिवाली और पोस्ट दिवाली पर प्रदूषण स्तर अलग-अलग रेंज में रहा.
प्री-दिवाली (23 अक्टूबर) की शाम छह से सुबह छह बजे के बीच 12 घंटे के पीएम10 का औसत स्तर 190 और पीएम 2.5 का स्तर 107 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के बीच रहा. दीपावली के दिन (24 अक्टूबर) पीएम 10 का औसत स्तर 396 और पीएम 2.5 का स्तर 279 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गया. वहीं, दीपावली के बाद (25 अक्टूबर) प्रदूषण का स्तर कुछ कम होकर पीएम10 का औसत स्तर 316 और पीएम 2.5 का औसत स्तर 204 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा.
पीएम-10 की स्थिति (माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर में) 23, 24 व 25 अक्टूबर को अलीगंज क्षेत्र में 00-207, 278-415, 247-369, गोमतीनगर में 00-179, 269-384, 200-285 चारबाग में 00-215, 331-509, 268-412, अमौसी में 00-157, 184-275, 149-198 और पीएम 2.5 की स्थिति अलीगंज में 00-113, 198-295, 137-205, गोमतीनगर में 00-93, 169-242, 139-198, चारबाग में 00-138, 251-386, 192-295, अमौसी में 00-82, 130-194, 88-117 रही. सभी आंकड़े दिन रात की गणना के आधार पर हैं.
वहीं तीन दिनों में ध्वनि प्रदूषण (रात 10 से 10:30 बजे तक) चारबाग में 72.8, 80.6, 78.1, अलीगंज में 66.3, 75.8, 68.5, गोमतीनगर में 79.4, 80.4, 71.6, अमौसी में 81, 69.8, 71.1 डेसीबल रिकार्ड किया गया.
आईआईटीआर की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014 से लेकर 2022 तक के बीच में दीपावली वाले दिन पीएम 10 का सबसे कम स्तर वर्ष 2022 में ही दर्ज किया गया है. पीएम10 का सबसे अधिक स्तर वर्ष 2018 में दर्ज किया गया था. बीते वर्षों 2014 में 514, 2015 में 424, 2016 में 864, 2017 में 515, 2018 में 990, 2019 में 536, 2020 में 604, 2021 में 554, 2022 में 396 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया. वहीं पीएम 2.5 का स्तर वर्ष 2014 में 423, 2015 में 275, 2016 में 672, 2017 में 316, 2018 में 679, 2019 में 346, 2020 में 402, 2021 में 365.5, 2022 में 279 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रिकार्ड किया गया.
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