लखनऊ : हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने आयुवेर्दिक व यूनानी चिकित्साधिकारियों को डायनमिक/विशिष्ट एसीपी का लाभ दिए जाने के आदेश का अनुपालन न होने पर सख्त रुख अपनाते हुए, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रशांत त्रिवेदी के खिलाफ जमानतीय वारंट जारी करने का आदेश दिया है. इसी के साथ न्यायालय ने 14 जुलाई को प्रशांत त्रिवेदी की कोर्ट के समक्ष उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, लखनऊ को वारंट तामीला करवाने का आदेश दिया है.
यह आदेश न्यायमूर्ति विवेक चौधरी की एकल पीठ ने डॉ. ओम प्रकाश गुप्ता की अवमानना याचिका पर पारित किया. याची का कहना है कि '6 मई 2022 को रिट कोर्ट ने उसकी याचिका पर आदेश दिया था कि एलोपैथिक चिकित्साधिकारियों की तरह आयुवेर्दिक एवं यूनानी चिकित्साधिकारियों को भी डायनमिक/विशिष्ट एस्योर्ड करियर प्रोग्रेशन का लाभ दिया जाए. उक्त आदेश में न्यायालय ने यह भी कहा था कि एलोपैथिक चिकित्साधिकारियों को 14 नवंबर 2014 के शासनादेश का लाभ दिया जा रहा है, ऐसे में आयुर्वेदिक व यूनानी चिकित्साधिकारियों को इसका लाभ न प्रदान करना दोनों प्रकार के चिकित्साधिकारियों के बीच विभेदकारी नीति अपनाने जैसा है.'