लखनऊः उत्तर प्रदेश के कलाकारों ने देश में अपनी कला संस्कृति के जरिए परचम लहराया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश में फिल्म सिटी बनाने के निर्णय से जहां प्रतिभाशाली युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. वहीं छिपी प्रतिभाओं को उचित मंच भी मिलेगा. यह जानकारी भारतेन्दु नाट्य अकादमी के निदेशक रमेश चन्द्र गुप्ता ने रविवार को दी.
बाॅलीवुड में रही है यूपी के कलाकारों की भूमिका
भारतेन्दु नाट्य अकादमी के निदेशक रमेश चन्द्र गुप्ता ने बताया कि बाॅलीवुड को ऊंचाइयों पर ले जाने में यूपी के नायाब कलाकारों, स्क्रिप्ट राइटर, टेक्निशियन की भूमिका हमेशा अहम रही है. नृत्य, कला, गीत और संगीत के नजरिए से यूपी हमेशा से कलाकारों का गढ़ रहा है. प्रदेश में फिल्म सिटी के निर्माण से अब यूपी के प्रतिभावान कलाकारों को अपने प्रदेश में ही ज्यादा से ज्यादा काम मिल सकेगा. अब उनको काम की तलाश में मुंबई जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
बीएनए के छात्रों ने मुंबई में जमाई धाक
लखनऊ में साल 1975 में ‘भारतेन्दु नाट्य केन्द्र’ के नाम से इस नाट्य संस्था की नींव रखी गई. जो अब भारतेन्दु नाट्य अकादमी (बीएनए) के नाम से जानी जाती है. बॉलीवुड में कला के जरिए दर्शकों के दिलों में राज करने वाले सैकड़ों कलाकारों ने इस अकादमी से पढ़ाई कर अपने फिल्मी कॅरियर की शुरूआत की है. इस अकादमी से राजपाल यादव, नलनीश नील, अतुल श्रीवास्तव, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, राकेश श्रीवास्तव जैसे कई महारथियों ने इस अकादमी से एक्टिंग की बारीकियों को सीखा है. ये अभिनेता आज बॉलीवुड में अपना जलवा बिखेर रहे हैं.