लखनऊ: पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर (Former IPS officer Amitabh Thakur) ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान किया था. इसके बाद बीते 27 अगस्त को अमिताभ को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद ही अमिताभ ने जेल से DGP, ACS, कमिश्नर समेत 9 अफसरों के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में परिवाद दायर कराते हुए आरोप लगाया कि बदला लेने की भावना से उन्हें नौकरी से निकाला गया और फिर फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया गया. अमिताभ की इस शिकायत पर सोमवार को सीजेएम कोर्ट में सुनवाई है.
बता दें कि पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को पिछले महीने 27 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. ठाकुर पर मुख्तार अंसारी के कहने पर रेप के आरोपी सांसद अतुल राय (MP Atul Rai) को बचाने के लिए आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप है. दरअसल, जिस लड़की ने अतुल राय (MP Atul Rai) पर रेप का आरोप लगाया था, उसकी अब मौत हो चुकी है. पीड़िता ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर अपने रेप केस के गवाह के साथ खुद को आग लगाकर आत्मदाह की कोशिश की थी. इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई थी. रेप पीड़िता और गवाह ने कोर्ट के बाहर आत्महत्या करने से पहले फेसबुक लाइव भी किया था. फेसबुक लाइव में पीड़िता और उसके दोस्त ने एसएसपी अमित पाठक, सीओ अमरेश सिंह बघेल, दारोगा संजय राय और उनके बेटे विवेक राय, पूर्व आईजी पर भी उत्पीड़न का आरोप लगाया था. पीड़िता ने अमिताभ ठाकुर पर भी गंभीर आरोप लगाए थे.