लखनऊ :मानसून में परिवर्तन होने के बाद लगातार संचारी रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या बड़ी है. इस मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया जैसी मौसमीय बीमारियां फैलती हैं. पिछले कुछ दिनों में राजधानी लखनऊ में डेंगू के मरीजों में उतार-चढ़ाव जारी है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीते दिन बुधवार को लखनऊ में 15 मरीज मिले थे. हालांकि यह सरकारी आंकड़ों के मुताबिक है. हालांकि शहर में एक तब का ऐसा भी है जो सरकारी अस्पतालों में भीड़ से बचने के लिए निजी अस्पतालों का रूख करता है. जिसका कोई आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं हैं.
बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. अतुल मल्होत्रा के मुताबिक डेंगू वार्ड में इस समय छह से सात मरीज भर्ती हैं. हालांकि जितने भी मरीज भर्ती हैं उनकी डेंगू किट भले ही पॉजिटिव आई है, लेकिन इनका एलाइजा जांच निगेटिव है. रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं होने के कारण मरीज की स्थिति को देखते हुए तीन दिन के लिए भर्ती किया जा रहा है. हालांकि इस बार ज्यादातर मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आ रही है जबकि उनके प्लेटलेट्स चार से पांच दिन बुखार होने पर काम हो रही है.
सिविल अस्पताल की सीएमएस डॉ राजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक इन दिनों अस्पताल में वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बड़ी है. मरीज के बढ़ाने की वजह से अस्पताल की पैथोलॉजी में जांच के लिए लंबी लाइन लगी हुई है. खैर, इस बार डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट मरीज की नहीं आ रही है. मरीज चार से पांच दिन वायरल बुखार से पीड़ित हो रहे हैं. इसके बाद मरीज की प्लेटलेट्स कम हो जा रही है. इस स्थिति में मरीज को घबराने की आवश्यकता नहीं है. एक सामान्य व्यक्ति में मिनिमम दो लाख प्लेटलेट्स होती है. अगर प्लेटलेट्स एक लाख भी पहुंच रही है तो भी इतना घबराने की आवश्यकता नहीं है. ज्यादातर मरीज घबरा जाते हैं. जिसके चलते दिन-ब-दिन उनके प्लेटलेट्स और घटने लगती हैं. अगर प्लेटलेट्स में लगातार गिरावट हो रही है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपना चेकअप कराकर बेहतर इलाज लें.