लखनऊ: कोरोना वायरस से यूपी में मचे हड़कम्प के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश में कोई भी कोरोना से इनफेक्टेड मरीज नहीं पाया गया है. जिन छह व्यक्तियों पर ऐसी आशंका व्यक्त की गई थी, उन्हें दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भेजकर इलाज कराया जा रहा है. उनकी स्थिति स्टेबल है, इसलिए प्रदेश के किसी भी व्यक्ति को डरने की जरूरत नहीं है.
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला चिकित्सालय में 820 वार्ड आइसोलेशन में रख दिया है. प्रदेश के सभी 7 राजकीय मेडिकल कॉलेजों में भी सुरक्षित कर दिए गए हैं, ताकि ऐसी परिस्थिति में मरीज को तत्काल इलाज प्रदान किया जा सके. इसके अलावा प्रत्येक जिले में मास्टर ट्रेनर भी तैनात कर दिया गया है.
आगरा में 22 टीम उन सभी परिवारों तक जाकर उनसे पूछताछ की और जांच किया. नेपाल के बॉर्डर पर 10 लाख यात्रियों की जांच की जा चुकी है. उत्तर प्रदेश में लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट पर सात हजार से अधिक यात्रियों की जांच की जा चुकी है. भारत सरकार ने रणनीति बदली है. पहले केवल 12 देशों से आने वाले यात्रियों की जांच की जाती थी, लेकिन अब दुनिया के किसी भी देश से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है.