लखनऊ: राजधानी में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में कोरोना के नए स्ट्रेन के कारण लोगों में लक्षण भी अलग-अलग दिखाई पड़ रहे हैं. वहीं कुछ लोगों में कोरोना के लक्षण साफ नहीं दिखाई दे रहे हैं. नए कोरोना स्ट्रेन में मरीजों को दस्त, उल्टी, खाना न पचना, गैस और एसिडिटी की दिक्कतें हो रही हैं. ऐसे में मरीज घर पर ही रह कर अपना ख्याल रख सकते हैं. स्वास्थ विभाग की ओर से गुरुवार को एडवाइजरी जारी हुई, जिसमें लक्षण विहीन मरीजों के इलाज के लिए कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने लक्षणविहीन कोरोना मरीजों के लिए जारी की एडवाइजरी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. कुछ ऐसे भी मरीज सामने आ रहे हैं, जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं. ऐसे मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. देखिए ये रिपोर्ट...
लक्षण विहीन कोरोना मरीजों के लिए एडवाइजरी.
वर्तमान में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अनेक प्रकार के नॉन स्टैण्डर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल प्रसारित हो रहे हैं. इस स्लाइड का उद्देश्य चिकित्सकों को प्रदेश में लक्षण विहीन अथवा कम लक्षण वाले रोगियों के लिए जारी स्टैण्डर्ड ट्रीटमैट गाइडलाइन से रूबरू कराना हैं.
लक्षण विहीन अथवा कम लक्षण वाले मरीजों के लिए इलाज
- टेबलेट पेरासिटामोल 15 मिलीग्राम / किलोग्राम शारीरिक वजन 500 मिलीग्राम की एक टेबलेट दिन में तीन बार (मरीज का वजन 50 किलोग्राम से अधिक होने पर अगर बुखार 100 डिग्री फारेनहाइट से कम है, बुखार ना होने की स्थिति में नहीं दिया जाना है)
- टेबलेट पेरासिटामोल 650 मिलीग्राम की एक टेबलेट दिन में तीन बार (मरीज के वजन 50 किलोग्राम से अधिक होने पर, अगर बुखार 100 डिग्री फारेनहाइट से अधिक है. बुखार ना होने की स्थिति में नहीं दिया जाना है)
- टेबलेट आईवरमेक्टिन 200 माइक्रोग्राम / किलोग्राम शारीरिक वजन, 12 मिलीग्राम की एक गोली.
- वयस्क व्यक्तियों के लिए दिन में 1 बार रात्रि के भोजन के उपरांत x 5 दिन के लिए (गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए नहीं दिया जाना है)
- कैप्सूल डोक्सीसाइक्लिन 100 मिलीग्राम दिन में दो बार (गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए नहीं दिया जाना है)
- टेबलेट एजिथ्रोमायिसिन 10 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम शारीरिक वजन वयस्क व्यक्तियों के लिए अधिकतम 500 मिलीग्राम दिन में 1 बार x 5 दिन के लिए (गर्भवती महिलाओं, धात्री महिमाओं तथा 12 साल से कम उम्र के बच्चों में दिया जाना है)
- टेबलेट एजिथ्रोमायिसिन 10 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम शारीरिक वजन 500 मिलीग्राम व्यस्क व्यक्ति हेतु दिन में 1 बार x 5 दिन के लिए (कोविड धनात्मक आने के पांचवें दिन के उपरान्त डॉक्सीसाइक्लिन 5 दिन देने के उपरांत भी बुखार जारी रहता है तो दिया जाना है, ऐसी स्थिति में चिकित्सक से परामर्श अनिवार्य है)
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- टेबलेट विटामिन-सी 500 मिलीग्राम एक गोली दिन में तीन बार x 10 दिन के लिए.
- टेबलेट जिंक 50 मिलीग्राम एक गोली दिन में दो बार x 10 दिन के लिए.
- टेबलेट/कैप्सूल विटामिन बी काम्प्लेक्स 1 टेबलेट / कैप्सूल दिन में एक बार x 10 दिन के लिए.
- विटामिन D3 60,000 यूनिट हर सप्ताह में एक बार दूध अथवा पानी के साथ दिन में तीन से चार बार लें.
- सांस संबंधी व्यायाम/योग/ प्राणायाम दिन में 40 से 50 मिनट तक करें (यदि आप सहज महसूस कर रहे हों, तभी करें)
- दिन में तीन से चार बार श्वसन दर (रेस्पिरेटरी रेट) तथा ऑक्सीजन सैयुरेशन (पल्स ऑक्सीमीटर से) अवश्य नापे, ऑक्सीजन सैचुरेशन 94 % से अधिक होना चाहिए.
- पर्याप्त मात्रा में हल्का गर्म/गुनगुना पानी लें, वयस्क व्यक्ति 3 से 4 लीटर प्रतिदिन.
- यदि आप पूर्व में डायबिटीज, उच्च रक्तचाप अथवा अन्य किसी अन्य क्रॉनिक (दीर्घावधि) बीमारी के लिए उपचार ले रहे थे तो उसे अपने चिकित्सक के परामर्श के साथ जारी रखें.
- टेबलेट आईवरमैक्टिन तथा डोक्सीसाइक्लिन का प्रयोग गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए नहीं किया जाना है. इन सभी में टेबलेट एजिथ्रोमायिसिन का प्रयोग किया जाए.