लखनऊ : स्वास्थ्य विभाग में कितने चिकित्सक विशेषज्ञ हैं और कितने किस लेवल में काम कर रहे हैं? विभाग के पास सही आंकड़ा नहीं है. इसके लिए सरकार द्वारा कार्मिक विभाग (Personnel Department) अंतर्गत संचालित मानव संपदा पोर्टल (Manav Sampada Portal) स्थापित किया गया है. जिसमें उपस्थिति दर्ज होने के बाद ही प्रतिमाह वेतन जारी होता है, उस पोर्टल में दर्ज आंकड़े पूरे व सच्चे नहीं हैं.
दरअसल तमाम ऐसे चिकित्सकों (physicians) के मामले प्रकाश में आते रहते हैं जो कई-कई माह या वर्षों तक बिना सूचना दिए गायब रहने वाले शासन से अवकाश अनुमोदन कराकर न केवल विभाग में ज्वॉइन करते हैं, बल्कि बकाया वेतन भी एरियर के रूप में आहरित कर लेते हैं. आकड़ों के आधार पर स्वास्थ्य विभाग (health Department) में विशेषज्ञ चिकित्सकों के कुल संख्या 2675 हैं. वर्तमान में कितने चिकित्सक कार्यरत हैं, सही रिकार्ड नहीं है. इस वर्ष के शुरुआती रिकार्ड की मानें तो विभाग में 2239 विशेषज्ञ सेवाएं दे रहे हैं. जिनमें संविदा और पुनर्नियोजन में सेवाएं दे रहे चिकित्सक भी शामिल हैं. हर माह चिकित्सक सेवानिवृत्त भी हो रहे हैं. संविदा पर कार्यरत चिकित्सक कितने छोड़ चुके हैं, विभाग को पूरी जानकारी नहीं है.
मानव संपदा और अधिकारियों के दावों में अंतर :मानव संपदा पोर्टल (Manav Sampada Portal) पर उपलब्ध विशेषज्ञ चिकित्सकों (specialist doctors) में लेवल वन में 458, लेवल टू में 469, लेवल थ्री में 516 है. लेवल फोर का आंकड़ा दर्ज ही नहीं है. इस तरह पोर्टल पर दी गई जानकारी के अनुसार विभाग में केवल 1443 विशेषज्ञ चिकित्सक ही कार्यरत हैं. जानकारी लेने पर कार्मिक विभाग का कहना है कि इस वर्ष लोक सेवा आयोग द्वारा 1010 विशेषज्ञ चिकित्सकों (specialist doctors) को नियुक्ति दी गई थी. जिसमें से 490 विशेषज्ञ चिकित्सकों ने लेवल टू पर ज्वाइन किया है. अर्थात लेवल टू के विशेषज्ञ चिकित्सकों की संख्या को लेकर मानव संपदा पोर्टल और अधिकारियों के दावों में अंतर है.
स्वास्थ्य महकमे को नहीं पता कितने हैं विशेषज्ञ डॉक्टर, पोर्टल में दर्ज आंकड़े पूरे व सच्चे नहीं
स्वास्थ्य विभाग में कितने चिकित्सक विशेषज्ञ हैं और कितने किस लेवल में काम कर रहे हैं? विभाग के पास सही आंकड़ा नहीं है. इसके लिए सरकार द्वारा कार्मिक विभाग (Personnel Department) अंतर्गत संचालित मानव संपदा पोर्टल (Manav Sampada Portal) स्थापित किया गया है. जिसमें उपस्थिति दर्ज होने के बाद ही प्रतिमाह वेतन जारी होता है, उस पोर्टल में दर्ज आंकड़े पूरे व सच्चे नहीं हैं.
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