लखनऊ : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से देश और दुनिया का कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इसकी जद में मुसलमानों की सबसे बड़ी तीर्थ यात्रा हज और उमरा पर भी गहरा असर पड़ा है. इसकी वजह से बड़ी संख्या में इस कारोबार से जुड़े प्राइवेट टूर एन्ड ट्रेवल्स कारोबारियों के व्यापार पर भी काफी बुरा असर देखा जा रहा है. वर्ष 2020 का हज सफर कोरोना महामारी के चलते रद्द हो गया था और इस वर्ष भी सऊदी सरकार की तरफ से नई गाइडलाइन की दुश्वारियों के चलते इन प्राइवेट टूर ट्रेवल्स व्यपारियों में बेहद मायूसी है.
हज यात्रा पर कोरोना का असर कोरोना के कारण रद्द हुई हज यात्रा
हज और उमरा करने मुसलमान पूरी दुनिया से मक्का मदीना जाते हैं. जिसको लेकर दुनियाभर में एक बड़ा करोबार भी होता है. लेकिन कोरोना जैसी वैश्विक महमारी ने हज और उमरा यात्रा की रफ्तार पर गहरा असर डाला है, जिससे दुनियाभर का कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. भारत से भी हज और उमरा के सफर पर लाखों लोग मक्का मदीना को जाते है. लेकिन 2020 के हज का सफर कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दिया गया था, जिससे भारत में ऐसे कारोबारियों का भी व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. जो लोगों को प्राइवेट टूर एंड ट्रेवल्स के माध्यम से हज और उमरा की यात्रा पर भेजते थे और अच्छा मुनाफा कमाते थे.
दुनिया भर में भारत का दूसरे स्थान पर है हज कोटा
दुनिया भर में कई इस्लामिक देश हैं, लेकिन भारत की आबादी को देखते हुए दुनिया भर के देशों में भारत का दूसरे स्थान पर हज कोटा निर्धारित है. यहां से बड़ी संख्या में मुसलमान हज और उमरा के सफर पर जाते हैं. मुसलमानों में धार्मिक यात्रा हज व उमरा को बड़ा मुकाम (स्थान) हासिल है. मुसलमानों में सभी कार्य पूरे किए जाने के बाद एक बार हज व उमरा की यात्रा ऐसे लोगों को करना अनिवार्य माना गया है जो इसकी हैसियत रखते हों. ऐसे में भारत से बड़ी संख्या में मुसलमान हज और उमरा की यात्रा पर मक्का-मदीना को जाते हैं. इसका बंदोबस्त सरकार हर वर्ष कई सुविधाओं के साथ करती है और इनमें वो प्राइवेट टूर ऑपरेटर भी शामिल होते हैं जो लोग सरकारी कोटे से नहीं जा पाते हैं, वो इन प्राइवेट टूर ट्रेवल्स के माध्यम से हज के सफर पर जाते हैं. इससे इन प्राइवेट टूर ट्रेवल्स वालों का भी करोबार चलता है. लेकिन कोरोना ने इन दिनों प्राइवेट ट्रेवल्स वालों के कारोबार को बुरी तरह से प्रभावित कर रखा है.
प्राइवेट टूर ट्रेवल्स कारोबारियों में व्यापार ठप होने से मायूसी
देश के साथ उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में प्राइवेट टूर एंड ट्रेवल्स कारोबारी मौजूद है जो मुसलमानों की पवित्र यात्रा हज और उमरा से बड़ा मुनाफा कमाते हैं. लेकिन कोरोना के चलते पिछले एक साल से इनका करोबार ठप है. इन कारोबारियों में बेहद मायूसी है. करीब एक साल होने को है लेकिन इनके कारोबार पर से संकट के बादल अभी नहीं छट पाए हैं. इन कारोबारियों का कहना है कि काफी वक्त से उनका कारोबार वैश्विक महामारी के कारण ठप पड़ा है. पिछले वर्ष भी लोगों ने हज के आवेदन किये थे लेकिन हज रद्द हो जाने के कारण उनकी रकम लौटानी पड़ी थी और इस वर्ष भी हज के आवेदन कई कारणों से बहुत ही धीमी रफ्तार में है. इसकी वजह से उनके करोबार बुरी तरह से प्रभावित है. ऐसे में उनको उम्मीद है जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक उनका करोबार ऐसे ही प्रभवित रहेगा.