लखनऊ जंक्शन से गुरुकृपा यात्रा ट्रेन रवाना, लखनऊ :पर्यटन स्थलों और भारत गौरव को लोकप्रिय बनाने के लिए आईआरसीटीसी ने सिख धर्म के श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए बुधवार से गुरुकृपा यात्रा ट्रेन का शुभारंभ किया. लखनऊ जंक्शन से इस ट्रेन को पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और प्रदेश के कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने हरी झंडी देकर रवाना किया. इस मौके पर रेलवे और आईआरसीटीसी के तमाम अधिकारी मौजूद रहे.
लखनऊ जंक्शन से गुरुकृपा यात्रा ट्रेन रवाना इस ट्रेन से रवाना होने वाले यात्रियों का उत्साह देखते ही बन रहा था. दिल्ली से गुरुकृपा यात्रा के लिए लखनऊ आए जगविंदर सिंह और सर्वजीत कौर ने कहा कि 'यह उनके लिए कभी न भूलने वाला क्षण है. अभी तक अलग-अलग तख्त और गुरुद्वारा के दर्शन के लिए समय लगता था, लेकिन टूरिस्ट ट्रेन के नए रैक से यह यात्रा एक बार में ही संपूर्ण हो जाएगी.' कानपुर से हरचरण सिंह और उनकी पत्नी हरप्रीत कौर इस ट्रेन से यात्रा करने के लिए पहुंचे. सिख धर्म के गतका दल ने हैरतअंगेज करतब दिखाया तो बच्चों ने पंजाबी लोकनृत्य की प्रस्तुति दी. इस मौके पर मलिहाबाद से विधायक जय देवी, पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम चंद्रवीर रमण, डीआरएम आदित्य कुमार, मुख्य परिचालन प्रबंधक संजय त्रिपाठी, उत्तर रेलवे के एडीआरएम अश्विनी श्रीवास्तव, आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा के साथ स्टेशन डायरेक्टर आशीष सिंह भी उपस्थित थे.
गुरुकृपा यात्रा ट्रेन का शुभारंभ इस अवसर पर प्रदेश के कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि 'इस ट्रेन से सिख समाज के साथ अन्य धर्म के श्रद्धालु भी यात्रा कर सकते हैं. ये ट्रेन समन्वय और भाईचारा की यात्रा पूरी कराएगी.' इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि 'देश के लिए सिख समाज ने कई कुर्बानियां दी हैं. सबसे ज्यादा बलिदान और त्याग इसी समाज ने दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष प्रयासों से सिख धर्म के श्रद्धालुओं के लिए यह विशेष धार्मिक यात्रा शुरू हो पाई है.'
आईआरसीटीसी के चीफ रीजनल मैनेजर अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि 'आनंदपुर साहिब (श्री केसगढ़ साहिब गुरुद्वारा एवं विरासत-ए-खालसा, श्री कीरतपुर साहिब गुरुद्वारा), सरहिन्द (श्री फतेहगढ़ साहिब), बठिण्डा (श्री दमदमा साहिब), अमृतसर (श्री अकाल तख्त एवं स्वर्ण मन्दिर), नांदेड़ (तख्त सचखंड श्री हजूर साहिब), बीदर (गुरुद्वारा श्री गुरुनानक झीरा साहिब) एवं पटना (गुरुद्वारा श्री हरमंदिर जी साहिब) को ‘गुरुकृपा यात्रा‘ के लिये भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन 10 रात और 11 दिन के लिए लखनऊ जंक्शन से नई दिल्ली के बीच चलाई गई. गुरूकृपा यात्रा ट्रेन (भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन) विभिन्न स्टेशनों पर टूरिस्ट बोर्डिंग ठहराव प्रदान करते हुये लखनऊ जं. से 17.40 बजे प्रस्थान कर सीतापुर से 19.40 बजे, शाहजहांपुर से 21.40 बजे, पीलीभीत से 23.40 बजे चलेगी. दूसरे दिन छह अप्रैल को बरेली से 01.10 बजे, रामपुर से 01.45 बजे, मुरादाबाद से 02.45 बजे छूटकर टूरिस्ट हाल्ट के लिये आनन्दपुर साहिब 10.00 बजे पहुंचेगी.
वहीं तीसरे दिन सात अप्रैल को यह गाड़ी आनंदपुर साहिब से 12.30 बजे प्रस्थान कर सरहिंद 14.30 बजे पहुंचकर टूरिस्ट हाल्ट करते हुये सरहिंद से 21.00 बजे छूटकर चौथे दिन आठ अप्रैल को पांच बजे बठिण्डा पहुंचेगी. आठ अप्रैल को पांच बजे से रात नौ बजे तक बठिण्डा में टूरिस्ट हाल्ट देते हुये रात नौ बजे छूटकर पांचवें दिन नौ अप्रैल को 07.00 बजे अमृतसर पहुंचेगी. रात नौ बजे तक टूरिस्ट हाल्ट देते हुए प्रस्थान करेगी. छठवें दिन 10 अप्रैल को दिन व रात्रि यात्रा करते हुये सातवें दिन 11 अप्रैल को सुबह पांच बजे नांदेड़ पहुंचकर टूरिस्ट हाल्ट देते हुये रात 10 बजे छूटेगी. आठवें दिन 12 अप्रैल को बीदर स्टेशन पर 05.00 बजे पहुंचकर टूरिस्ट हाल्ट देते हुये 14.30 बजे छूटेगी. नौवें दिन 13 अप्रैल को दिन व रात्रि यात्रा करते हुये 10 वें दिन 14 अप्रैल को पांच बजे पटना पहुंचकर टूरिस्ट हाल्ट देते हुये रात 11 बजे छूटेगी. यात्रा की समाप्ति पर यात्रियों को उनके गन्तव्य पर उतारते हुये 11 वें दिन 15 अप्रैल को लखनऊ जंक्शन 13.45 बजे पहुंचेगी. यहां से 14.15 बजे छूटकर सीतापुर से 16.35 बजे, शाहजहांपुर से 18.30 बजे, पीलीभीत से 19.50 बजे, बरेली से 21.10 बजे, रामपुर से 22.05 बजे और मुरादाबाद से 22.45 बजे छूटकर 12वें दिन 16 अप्रैल को नई दिल्ली 03.30 बजे पहुंचेगी. उन्होंने बताया कि इस ट्रेन में शयनयान श्रेणी के नौ, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का एक, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का एक, जनरेटर सह लगेज यान के दो और पेंट्रीकार के एक कोच सहित कुल 14 अत्याधुनिक आरामदायक एलएचबी कोच लगाए गए हैं.
बता दें कि अब तक लगभग 22 राज्यों और चार केन्द्रशासित प्रदेशों को कवर करते हुये देश के विभिन्न भागों से 26 भारत गौरव ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं. भारत गौरव ट्रेनों से स्थानीय और क्षेत्रीय पयर्टन को बढ़ावा मिल रहा है.
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