लखनऊ:दशहरी आम की कलम का कारोबार शुरू हो चुका है. पूरे देश के विभिन्न प्रदेशों से व्यापारी दशहरी आम की विभिन्न प्रजातियों के पेड़ लेने के लिए मलिहाबाद पहुंचने लगे है.
लखनऊ: दशहरी आम के बाद दशहरी कलम की हुई शुरुआत
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद में दशहरी आमों के बाद अब दशहरी आम की कलमों को तैयार किया गया है, जिसे खरीदने के लिए विभिन्न प्रदेशों से व्यापारी पहुंच रहे हैं.
दशहरी आम के बाद अब दशहरी कलम-
- दशहरी आम के बाद अब दशहरी की कलम पूरे भारतवर्ष में अपने जलवे बिखेरने को लगभग तैयार हो चुकी है.
- मलिहाबाद क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के आम, अमरूद, पपीता, नींबू और कटहल सहित दर्जनों प्रकार के फलों की कलम बिक्री के लिए तैयार हो चुकी है.
- देशभर में बागवानी के शौकीनों का मलिहाबाद पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है.
- नर्सरी में आम की कलम को खोदकर पिंडा बनाने का सिलसिला शुरू हो गया है.
- प्रदेश के अन्य जिलों से बागवानी के शौकीन लोग नर्सरी पहुंचकर खरीददारी शुरू कर चुके हैं.
पूरे देश से बागवानी के शौकीन लोग मलिहाबाद पहुंच चुके हैं और नर्सरी में आम की पौध खुदकर बिक्री के लिए तैयार हो चुकी है. यहां पर आम की विभिन्न प्रजातियों के पेड़ बागवानी के शौकीनों के लिए उपलब्ध हैं.
रामकिशोर सैनी, जय अंबे नर्सरी के संचालक
वह प्रत्येक वर्ष मलिहाबाद में जय अंबे नर्सरी से आम की पौध खरीदकर लोग ले जाते हैं. राजस्थान में मलिहाबाद के आम के पेड़ बहुत अच्छी तरीके से ग्रोथ करते हैं.
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