लखनऊःराज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि किसी भी विद्यार्थी को अपनी डिग्री प्राप्त करने के लिये विश्वविद्यालय के चक्कर न लगाना पड़े, उनकी डिग्रियां समयबद्ध उनके पते पर तत्काल प्रेषित कर दी जाये. ये निर्देश मंगलवार को ऑनलाइन लखनऊ विश्वविद्यालय तथा भातखण्डे विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपतियों को समीक्षा बैठक के दौरान राज्यपाल ने दिये. राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के सभी प्रकार के वित्तीय लेन-देन को कैश बुक में अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाये.
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में कम से कम खातों का संचालन करें, एक ही प्रवृत्ति के खातों को आपस में समायोजित करते हुये खातों की संख्या कम करें. अत्यधिक खाते होने से वित्तीय अनियमितता की सम्भावना काफी अधिक होती है. जो भी अग्रिम अपने कर्मचारियों को दिये गये है उनका समयबद्ध समायोजन तथा निस्तारण किया जाना चाहिए. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि दीक्षांत समारोह के बाद समस्त डिग्री भेजी जानी चाहिए. ये कार्य सम्बद्ध महाविद्यालय भी समयबद्ध तरीके से करें. कुलाधिपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के रिक्त पदों की नियुक्तियों में पारदर्शिता अपनायी जाये, इसके लिये जारी होने वाले विज्ञापनों में समस्त निर्देशों एवं मापदण्डों का भी उल्लेख किया जाना चाहिये.
ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करें
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में स्थापित महिला विकास केंद्र ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करने का कार्य करें. उन्होंने कहा कि वर्तमान में ग्राम पंचायत चुनाव में 33 प्रतिशत ग्रामीण महिलाएं ग्राम प्रधान निर्वाचित हुईं हैं. इनमें से अधिकांश महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से है. विश्वविद्यालय सेमिनार एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर नव निर्वाचित ग्राम प्रधानों को सरकार द्वारा संचालित लाभार्थीपरक योजनाओं की जानकारी दें. इसके साथ ही समाज में फैली विभिन्न सामाजिक कुरीतियों से भी अवगत करायें ताकि वे अपनी ग्राम सभा में ग्रामीण महिलाओं को योजनाओं का लाभ दे सकें. साथ ही विभिन्न सामाजिक कुरीतियों खासकर दहेज प्रथा, बेटा-बेटी में भेद आदि से उन्हें बचने की सीख दे सकें.