उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा-नेचर ऑफ वर्क बदल रहा है सफलता के लिए रीस्किल्ड होना जरूरी - Technical University Lucknow

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) का 21वां दीक्षांत समारोह मंगलवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में मनाया गया. दीक्षांत समारोह में 50 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को डिग्रियां और मेडल प्रदान किए गए.

Etv Bharat
Etv Bharat

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 26, 2023, 5:05 PM IST

Updated : Dec 26, 2023, 9:18 PM IST

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में संबोधित करतीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल.

लखनऊ :आज के समय में सफलता के लिए स्किल होना जरूरी नहीं है, बल्कि आपके हाथ में जो स्किल है उस स्किल को अपग्रेड करना और उसे रीस्किल करने का समय है. तभी आप आने वाले समय में जो चुनौतियां आपके सामने होगी उसे आसानी से हल कर सकेंगे और अपने कॅरियर को और बेहतर मुकाम पर ले जा सकेंगे. यह बात उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहीं. वे मंगलवार को विश्वविद्यालय के अटल बिहारी वाजपेई बहुउद्देशीय सभागार में आयोजित 21वें दीक्षांत समारोह में बोल रही थीं.

मेडेलिस्ट छात्र-छात्राओं की स्ट्रैटजी साझा करते वरिष्ठ संवाददाता श्यामचंद्र सिंह.

राज्यपाल ने कहा कि यह विद्यार्थियों का युग है. वे आगे बढ़े तो देश खुद-ब-खुद आगे बढ़ेगा. युवाओं के कंधे पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. आज हर एक युवा अपनी हर चीज को लेकर आगे बढ़ना चाहता है उन्होंने कहा कि जैसे आपका जन्मदिन आए तो आप होटल में जाकर उसे सेलिब्रेट न करें. अपने जन्मदिन को होटल में जाकर सेलिब्रेट करने पर आप जो 20 से 25 हजार रुपये खर्च करते हैं. दोस्तों के साथ होटल खाना खाने में जितना आपको संतोष होगा उससे ज्यादा संतोष आपको तब होगा जब आप वही पैसे आंगनबाड़ी केंद्रों में सामान मुहैया कराने या फिर उन केंद्रों पर जाकर उससे फल मिठाई आदि लेकर अपना जन्मदिन उन बच्चों के साथ मनाएं.

प्राविधिक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मौजूद छात्र-छात्राएं व अतिथि.

समाज की समस्याओं को फोकस करें :उन्होंने कहा कि आज इस समारोह में तीन छात्रों को स्टार्टअप अवार्ड मिला है. स्टार्टअप को खोजने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है. हमारे समाज में कई ऐसे स्थान है जहां पर समस्या है उसका समाधान खोजें यही आपके लिए एक बेहतर स्टार्टअप का माध्यम हो सकता है. उन्होंने कहा कि आज से 9 10 साल पहले देश में 100 स्टार्टअप हुआ करते थे आज 1 लाख से ज्यादा स्टार्टअप है प्रधानमंत्री कौशल विकास के तहत देश में डेढ़ करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग मिल चुकी है अब वह जमाना नहीं है कि एक काम सीख गए तो जीवन भर काम चलाएं लगातार नेचर ऑफ वर्क बदल रहा है, इसलिए खुद को अपडेट करते रहना होगा. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर केंद्रित पाठ्यक्रम छात्रों के जीवन को नया आयाम देने का काम कर रहा है. .

दीक्षांत समारोह में सम्मानित छात्र-छात्राएं.


डिजी लाॅकर में सभी छात्रों की डिग्री :विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने कहा कि 50 हजार 196 छात्रों की उपाधि डिजिलॉकर में अपलोड कर दी गई हैं. वर्किंग प्रोफेशनल के लिए बीटेक की शुरुआत इसी सत्र से हो रही है. जिसके लिए जनवरी से आवेदन प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है. इनोवेशन और स्टार्टअप संवाद की शुरूआत में 10 स्टार्टअप को भी अवार्ड मिला था. फरवरी 2024 में मेगा जॉब फेयर ऑर्गेनाइज करने जा रहे हैं जिसमें 2000 जॉब के अवसर मुहैया कराए जाएंगे. इसके अलावा कार्यक्रम के अंत में दो दिवसीय हर कॉन्क्लेव का भी आयोजन होगा. जिसमें भविष्य की नौकरियां और उनमें क्या बदलाव होंगे इस पर चर्चा की जाएगी. जिसमें देश-विदेश के कई बड़ी कंपनियों के हर और उनसे जुड़े लोग शामिल होंगे.

दीक्षांत समारोह में मिला सम्मान.
दीक्षांत समारोह में मिला सम्मान.


मोहसिन अफरोज ने किया टॉप मिला चांसलर मेडल : दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थान मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मेरठ के बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के छात्र मोहसिन अफरोज ने टॉप किया है. उन्हें बीटेक के सभी ब्रांचो में सबसे अधिक अंक मिले हैं. दीक्षांत समारोह में मोहसिन अफरोज को कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के हाथों चांसलर मेडल प्रदान किया गया. कमल रानी वरुण स्मृति मेडल पीएसआईटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कानपुर के बीटेक इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी की छात्रा प्रज्ञा गौतम को दिया गया है. समारोह में कुल 95 गोल्ड सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल दिए गए. जिसमें 39 गोल्ड मेडल, 27 सिल्वर मेडल और 27 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं. इस बार की डिग्री हासिल करने में बेटियों का प्रतिशत 26 रहा और लड़कों का प्रतिशत 74 रहा. इस बार कुल 50 हजार 196 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई. सबसे अधिक मेडल भी इस बार बेटियों के खाते में ही गए हैं. 112 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है. जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्य सचिव रहे पूर्व नौकरशाह आरके तिवारी को मैनेजमेंट के क्षेत्र में पीएचडी की डिग्री प्रदान की गई है.

दीक्षांत समारोह में मिला सम्मान.


हर किसी को बेहतर शिक्षा दिलाना लक्ष्य :विश्वविद्यालय में कुलपति मेडल पाने वाले मोहसिन अफरोज ने बताया कि बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उनका सपना हर किसी को बेहतर शिक्षा दिलाने का है. आज काफी कंटेंट ऑनलाइन मौजूद हैं. मैं छोटे-छोटे क्लस्टर बनाकर कम सुविधाओं वाले बच्चों को भी इसे उपलब्ध कराने का प्रयास करूंगा. अभी गेट की तैयारी में जुटा हुआ हूं. वायरलेस टेक्नोलॉजी के फील्ड में आगे काम करना चाहता हूं. मेरे पिता फिरोज अहमद गवर्नमेंट कॉलेज में प्रिंसिपल रहे हैं. मां शबनम फातिमा हाउसवाइफ हैं.

दीक्षांत समारोह में मिला सम्मान.

सिविल की तैयारी भी करना चाहत : विश्वविद्यालय के दीक्षांत समझ में कमल रानी वरुण गोल्ड मेडल हासिल करने वाली बीटेक छात्रा प्रज्ञा गौतम ने बताया कि वह वर्तमान में नोएडा की कंपनी में बतौर सॉफ्ट इंजीनियर काम कर रही हैं. हाल ही में उनका चयन फ्लिपकार्ट में 32 लख रुपये सालाना के पैकेज पर हुआ. कोविड काल में मैंने लोगों की जरूरत के लिए मास्क सैनिटाइजर आदि कम दामों में उपलब्ध कराने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म शुरू किया था. मेरा उद्देश्य लोगों को ज्यादा से ज्यादा घर बैठे सुविधा उपलब्ध कराना है. मेरे पिता हरिश्चंद्र रेलवे में सीनियर सेक्शन इंजीनियर हैं. माता हाउसवाइफ हैं. स्टेबल होने के बाद वह सिविल की तैयारी भी करना चाहती हूं.

यह भी पढ़ें : डॉ. फरहीन बानो को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलेगा सम्मान, पढ़ाने के अनोख तरीके ने दिलाया राष्ट्रीय पुरस्कार

प्राविधिक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने बनाई खास डिवाइस, टीबी और संक्रामक बीमारियों की सस्ती दवा बनाने में मिलेगी मदद

Last Updated : Dec 26, 2023, 9:18 PM IST

For All Latest Updates

ABOUT THE AUTHOR

...view details