लखनऊ: राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के स्थानीय निकायों के महापौर, अध्यक्ष एवं पार्षदों से वर्चुअल संवाद किया. इस दौरान जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्रों को स्वच्छ सुंदर और स्वस्थ बनाने को कहा गया. राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि समस्त स्थानीय निकायों के महापौर, अध्यक्ष एवं पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल, सीवेज, सड़क, जल-निकासी की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें. शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं की नियमित समीक्षा की जाए.
राज्यपाल ने कहा कि साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. सभी नगरीय निकायों में एसटीपी प्लांट प्राथमिकता पर स्थापित किया जाए. बरसात के मौसम में जल-भराव की समस्या होती है, इसलिए सीवेज व्यवस्था को वैज्ञानिक आधार पर क्रियान्वित किया जाए.
मुख्यमंत्री ने काम को सराहा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निकायों के जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोविड संक्रमण की दूसरी लहर में जिस प्रतिबद्धता के साथ आप सभी ने कोरोना के खिलाफ देश एवं प्रदेश की लड़ाई को मजबूती से लड़ने में अपना योगदान दिया है, वह अत्यन्त सराहनीय है. 17 नगर निगम, 700 से अधिक अन्य नगरीय निकाय और 12 हजार से अधिक पार्षदों को आज राज्यपाल का मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है.
प्रदेश में कोविड की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की जा रही है और अब बरसात का मौसम भी आ रहा है. ऐसे में हमें कोविड के साथ-साथ विषाणु-जनित, जल-जनित बीमारियों के संक्रमण को भी रोकने के लिए अभी से प्रयास करने होंगे. उन्होंने कहा कि संक्रामक बीमारियों को रोकने में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का विशेष महत्व है. प्रत्येक नगरीय निकाय में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन के साथ-साथ सप्ताह में कम से कम दो से तीन दिन फाॅगिंग का कार्य भी किया जाए. उन्होंने कहा कि सभी नगरीय निकाय प्रतिदिन साफ-सफाई के साथ कूड़े का निस्तारण भी कराएं.