लखनऊ: "जबरन रिटायर्ड" पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर की सरकारी सुरक्षा वापस ले ली गई है. ये सुरक्षा केंद्र सरकार के निर्देश पर वापस ली गई है. अमिताभ ठाकुर के मुताबिक, उनके सुरक्षा में तैनात गार्ड हरकेश बहादुर सिंह ने उन्हें लिखित सूचना दी कि पुलिस कमिश्नर के आदेश पर वे सुरक्षा ड्यूटी पर उपलब्ध नहीं रहेंगे.
अमिताभ ठाकुर ने सुरक्षा कर्मी हटाए जाने को बदले की कार्रवाई बताते हुए सोशल मीडिया पर एक पत्र शेयर किया है. उन्होंने कहा, "आज उनके साथ तैनात सुरक्षाकर्मी हरकेश बहादुर सिंह ने उन्हें लिखित सूचना दी कि कल रात पुलिस कमिश्नर लखनऊ के आदेश पर उनका तत्काल अपना असलहा पुलिस लाइन में जमा करते हुए ड्यूटी से वापस आने के लिए कहा गया."
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2016 में मांगी थी सरकार से सुरक्षा
यह साल 2016 में मुलायम सिंह यादव के कथित धमकी के बाद अमिताभ ठाकुर ने केंद्र सरकार की सुरक्षा की मांग की थी. तब यूपी में मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी की ही सरकार थी. अमिताभ ठाकुर की मांग पर गृह मंत्रालय ने 9 दिसंबर 2016 को राज्य सरकार को पत्र भेजकर कहा था कि अमिताभ ठाकुर और उसके परिवार को सुरक्षा को लेकर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी के साथ आकलन किया गया है. आकलन में यह पाया गया है कि अमिताभ ठाकुर और उसके परिवार को कोई राजनेताओं नौकरशाहों का सीधा खतरा है. केंद्र सरकार ने उन्हें पर्याप्त सुरक्षा देने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब सरकार ने अमिताभ ठाकुर की सुरक्षा वापस ले ली है. यूपी सरकार ने अमिताभ ठाकुर को समय से पहले रिटायर कर दिया है.