लखनऊ: कोरोना संक्रमण के बीच रविवार को प्रस्तावित यूपीटीईटी (UPTET-उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा) की परीक्षा टालने की मांग को अनसुना कर दिया गया है. सरकार इस परीक्षा को स्थगित करने के मूड में नहीं नजर आ रही है. इसी का नतीजा है कि शनिवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी की तरफ से अभ्यर्थियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
शिक्षक पात्रता परीक्षा में प्रदेश भर में करीब 21 लाख अभ्यर्थी शामिल होने जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण के चलते इतनी बड़ी संख्या में युवाओं के आने-जाने और सड़क पर उतरने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. इसका हवाला देते हुए अभ्यर्थियों की तरफ से इस परीक्षा को टालने की मांग की गई थी. अभ्यर्थियों ने यह भी तर्क दिया था कि यूपी पीसीएस मेंस की परीक्षा में सिर्फ 7 हजार अभ्यर्थी शामिल होने जा रहे थे, लेकिन उसे कोरोना संक्रमण का हवाला देकर स्थगित कर दिया गया तो इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच क्यों उतारा जा रहा है.
आज से बस सेवा मुफ्त
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से जारी सूचना के मुताबिक सभी प्रतिभागियों को परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा मिलेगी. जो 22 जनवरी से 24 जनवरी तक मान्य होगी. इसके अलावा सिटी बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा 22 जनवरी से 23 जनवरी रात 12 बजे तक मान्य होगी. निशुल्क यात्रा के लिए अभ्यर्थी ऑनलाइन डाउनलोड किए गए प्रवेश पत्र की 5-6 प्रतियां अपने पास सुरक्षित रखें.
यह प्रमाण पत्र जरूर लाएं
परीक्षा केन्द्र पर प्रवेश पत्र के साथ अभ्यर्थी को अपने ऑनलाइन आवेदन में अंकित फोटोयुक्त पहचान पत्र की मूल प्रति के साथ प्रशिक्षण योग्यता का मूल प्रमाण पत्र या किसी भी सेमेस्टर के निर्गत अंकपत्र की मूल प्रति लाना आवश्यक है. इसके साथ ही सम्बन्धित प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य/सक्षम अधिकारी की तरफ से इंटरनेट से प्राप्त अंकपत्र की प्रमाणित प्रति लेकर आएं. आयोजकों ने साफ किया है कि जिस अभ्यर्थी के पास वैध प्रवेश पत्र, फोटो पहचान पत्र की मूल प्रति और जरूरी प्रमाण पत्र नहीं होगा, उसे किसी भी दशा में परीक्षा केन्द्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.