लखनऊः सरकार ने मुख्य स्थाई अधिवक्ता चतुर्थ भईया लाल को भी हटा दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य के भईया लाल वर्मा खास माने जाते हैं. वे हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच के मुख्य स्थाई अधिवक्ता थे. महाधिवक्ता को भेजे गये आदेश की प्रति में कहा गया है कि भईया लाल वर्मा की आबद्धता तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाती है.
इसके पूर्व मंगलवार को भी बड़ी कार्रवाई करते हुए अपर महाधिवक्ता ज्योति सिक्का और स्थाई अधिवक्ता अमित शर्मा को हटाया जा चुका है. इस दौरान अवध बार एसोसिएशन के महासचिव अमरेंद्र नाथ त्रिपाठी ने न्यायमूर्ति डीके उपाध्याय और न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की खंडपीठ के सामने इस मुद्दे को उठाया. उनका कहना था कि राज्य विधि अधिकारियों को सचिवालय बुलाकर उनकी स्क्रीनिंग और इंटरव्यू लेना, उनकी गरिमा को गिराने जैसा है.
महासचिव ने कहा कि अगर सरकार कुछ राज्य विधि अधिकारियों के कार्य प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं है तो वो उनकी आबद्धता समाप्त कर सकती है. लेकिन उन्हें एक कथित स्क्रीनिंग में अयोग्य घोषित कर हटाना उनके करियर पर बुरा प्रभाव डालेगा.