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दिल्ली से ज्यादा जहरीली हुई गाजियाबाद की हवा - गाजियाबाद में प्रदूषण

गाजियाबाद जिले की हवा उत्तर प्रदेश में सबसे जहरीली होने के साथ दिल्ली को भी पार कर चुकी है. सोमवार शाम को नापे गए आंकड़ों के मुताबिक गाजियाबाद का एयर इंडेक्स क्वालिटी 478 रहा.

प्रदूषण
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Published : Nov 9, 2020, 7:22 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश के शहरों में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के कुछ शहरों की हवा दिल्ली से ज्यादा जहरीली हो गई है या उसके करीब है. सोमवार को जारी एयर क्वालिटी इंडेक्स में गाजियाबाद प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है. इसके अलावा भी वायु प्रदूषण उत्तर प्रदेश के शहरों में दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.

सेंट्रल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट से शाम 5 बजे तक देखे गए आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में अब दिल्ली से भी ज्यादा वायु प्रदूषण हो गया है. एयर क्वालिटी इंडेक्स में यह साफ हुआ है कि गाजियाबाद अब दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित है. दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 477 है, वहीं गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 478 अंक के साथ सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में है.

प्रदेश के कई शहरों के हालात हो रहे बेलगाम

शहर एयर इंडेक्स
गाजियाबाद 478
आगरा 477
ग्रेटर नोएडा 472
बुलंदशहर 455
लखनऊ 388
मुरादाबाद 355

लखनऊ का एक्यूआई 388, तालकटोरा सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्र
राजधानी लखनऊ में बीते कई दिनों से हवा में सुधार होता दिख रहा था जिससे यह माना जा रहा था कि जिला प्रशासन के प्रयास सार्थक सिद्ध हो रहे हैं, लेकिन बीते 2 दिनों से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स में बढ़ोतरी होती जा रही है. अब राजधानी लखनऊ की हवा एक बार फिर से जहरीली हो गई है. राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा प्रदूषण 3 क्षेत्रों में है, जिनमें आज तालकटोरा क्षेत्र में सबसे अधिक 449 प्रदूषण मापा गया. वहीं इसके बाद लालबाग में 400 और गोमती नगर में 355 एयर इंडेक्स रहा.

निर्देशों का नहीं हो रहा पालन
लखनऊ में कई दिनों से लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है कुछ दिन पहले प्रशासन ने इसे रोकने को दिशा निर्देश जारी किए थे, लेकिन इसके बाद भी इन निर्देशों का पालन होता नहीं दिख रहा है. कुछ दिन पहले जिला प्रशासन ने निर्देश दिए थे कि निर्माण कार्य स्थलों पर पानी का छिड़काव कर धूल उड़ने से रोकी जाए. निर्माण स्थल पर ग्रीन नेट लगाने समेत कई अन्य सावधानियां बरतने को कहा जा रहा था, लेकिन इसका असर नजर नहीं आ रहा.

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