लखनऊ: देश में बहुत सारे लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है, ऐसे में उन्हें कोरोना टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराना मुश्किल हो रहा है. राजधानी लखनऊ में लॉकडाउन चल रहा है, जिसके चलते हैं साइबर कैफे भी बंद है और जो खुले भी हैं वे दोगुने दाम में रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं. केजीएमयू टीकाकरण सेंटर के स्टाफ आशुतोष ने बताया कि सेंटर में रोजाना 3 से 4 लोग ऐसे आते हैं, जिनके पास मोबाइल नहीं होता है और वह साइबर कैफे से रजिस्ट्रेशन करवा कर आते हैं. बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं, जिनके पास स्मार्टफोन तो है. लेकिन उन्हें तकनीकी जानकारी नहीं है. जिसके चलते वह टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कर स्लॉट नहीं बुक करवा पा रहे हैं. तो वह सीएससी (कामन सर्विस सेंटर) में जाकर रजिस्ट्रेशन करवा कर आसानी से टीकाकरण करवा सकते हैं.
साइबर कैफे लेते हैं डबल पैसे
डालीगंज निवासी पप्पू ने बताया कि इन दिनों लॉकडाउन के कारण काम नहीं चल रहा. जिसके कारण आमदनी भी नहीं हो पाती है. मोबाइल तो है ही नहीं. टीकाकरण करवाने के लिए सरकार ने सभी को कहा, लेकिन बिना मोबाइल के बिना रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पा रहे हैं. फिर कुछ लोगों ने कहा कि साइबर कैफे से जाकर रजिस्ट्रेशन करवा लो. साइबर कैफे में रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे तो वहां ताला लगा था. दूसरे साइबर कैसे पहुंचे तो साइबर कैफे ने दुकान खोलने से पहले ही बोल दिया कि 150 रुपए दोगें, तभी रजिस्ट्रेशन करेंगे. ऐसी स्थिति में आमदनी हो नहीं रही है. गरीब पंजीकरण के लिए पैसे कहां से लाए.
भारत में 50 फीसदी लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं
अगर आंकड़ों की माने तो वर्ष 2020 के आंकड़ों के अनुसार भारत में स्मार्टफोन 42 प्रतिशत लोग उपयोग करते हैं. वहीं इसको 2025 तक 50 प्रतिशत करने की उम्मीद है. टीकाकरण करवाने के लिए लोग कोविड पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करते हैं. लेकिन वे लोग रजिस्ट्रेशन कैसे करें. जिनके पास स्मार्टफोन ही नहीं.