लखनऊ : देश के मेट्रो शहरों के बाद अब महानगरों में भी गेटेड कम्युनिटी की संख्या बढ़ रही है. सुरक्षा के लिहाज से कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के लिए गेटेड कम्युनिटी काफी महत्वपूर्ण है. इसमें सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. सीसीटीवी से लेकर गार्ड तक की तैनाती की गई है, जो आने-जाने वालों पर नजर रखते हैं. इसके साथ ही रात्रि में गस्त भी किया जाता है, ताकि गेटेड कम्युनिटी में रहने वाले लोग सुरक्षित रह सकें.
दरअसल राजधानी लखनऊ के सिकंदरबाग, महानगर, गोमती नगर समेत कई ऐसे इलाके हैं, जहां गेटेड कम्युनिटी की तादाद बढ़ रही है. आपराधिक घटनाओं से लोग महफूज रह सकें, इसके लिए इन कम्युनिटी में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. गेटेड कम्युनिटी में आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे और गार्ड की तैनाती की गई है. यहां आने-जाने वाले लोगों का विवरण रजिस्टर में भी दर्ज किया जाता है. इसके साथ ही आगंतुकों की पूरी जानकारी मिलने के बाद ही उन्हें अंदर जाने दिया जाता है.
क्या कहते हैं गार्ड
राजधानी के सूर्योदय गेटेड कम्युनिटी में गार्ड की नौकरी करने वाले मनीष मिश्रा का कहना है कि यहां लोगों का नाम-पता रजिस्टर में दर्ज किया जाता हैं. इसके साथ ही रात को दो गार्ड हर घंटे पूरे इलाके में गश्त करते हैं. कॉलोनी में आने वाले व्यक्ति की एंट्री के साथ इस बात की पुष्टी भी की जाती है कि व्यक्ति द्वारा दी गई जानकारी सही है या नही. इसके साथ ही आने-जाने वाले लोगों का टेंपरेचर लेकर सेनेटाइजेशन भी किया जाता है, ताकि संक्रमण न फैल सके.