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गैस की बढ़ी कीमतों ने बढ़ाई ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं की मुश्किलें

गैस की बार बार बढ़ती कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है. इसका सबसे ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं पर देखने को मिल रह है.

गैस की बढ़ी कीमतों ने बढ़ाई ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं की मुश्किलेंगैस की बढ़ी कीमतों ने बढ़ाई ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं की मुश्किलें
गैस की बढ़ी कीमतों ने बढ़ाई ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं की मुश्किलें

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Published : Mar 8, 2021, 8:51 AM IST

लखनऊ:गैस की बढ़ी कीमत ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. सरकार ने घरेलू गैस की कीमत में बढ़ोतरी कर गृहणियों की परेशानी बढ़ा दी है. गैस सिलेंडर की कीमत पिछले 3 महीने में 225 रु बढ़कर अब 857 तक पहुंच गई है. इसमें खास कर हाल ही में उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर का लाभ लेने वाले बीपीएल परिवार की गृहणियों को बड़ा झटका लगा है, जिन्हें अभी छह माह तक गैस सिलेंडर पर दी जाने वाली की सब्सिडी का भी लाभ मिलने की उम्मीद नहीं है. गैस के दाम बढ़ जाने से गैस का लाभ लेने वाले बीपीएल परिवार की कई महिलाएं अपनी वापसी फिर से चूल्हे की ओर कर सकती हैं.

जानकारी देतीं महिलाएं
कब-कब महंगा हुआ घरेलू सिलिंडर
1 दिसंबर को 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई.
31 दिसंबर को दोबारा 50 रुपये बढ़ाए गए.
4 फरवरी को 25 रुपये बढ़ाए गए.
15 फरवरी को 50 रुपये की फिर से बढ़ोतरी की गई.
25 फरवरी को 25 रुपये बढ़ाए गए.
1 मार्च को 25 रुपये बढ़ाए गए.
एलपीजी सिलेंडर ने बिगाड़ा रसोई का बजट
ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली घरेलू महिलाओं ने गैस की कीमतों में लगातार वृद्धि को चिंता का विषय बताया है. महिलाओं ने इसकी आलोचना करते हुए सरकार से इस पर ध्यान देने की मांग की है. घरेलू गैस के बढ़ते दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है. रसोई गैस के बढ़े दामों के कारण बच्चों की स्कूल फीस और अन्य जरूरी खर्चे उठाने में समस्या हो रही है. सरकार को जल्द से बढ़े हुए रसोई गैस के दाम कम करने चाहिए, जिससे महिलाएं अपने परिवार का खर्च अच्छे से चला सकें.महिलाओं ने कहा कि केन्द्र सरकार उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन बांट रही है. मुफ्त सिलेंडर पाकर हम लोग खुश हो गए थे, लेकिन लगातार गैस के दामों में इजाफा कर सरकार महिलाओं के किचन पर बोझ बढ़ा रही है.

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